शिमला. स्वतंत्रता दिवस 2024 से एक दिन पहले दिल्ली से हिमाचल को बड़ी खबर मिली. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए पुरस्कारों की घोषणा हुई. हिमाचल पुलिस में कार्यरत एएसआई रंजना शर्मा को भी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक के लिए चुना गया. शिमला में सीआईडी में तैनात रंजना शर्मा ने न केवल हिमाचल का नाम बढ़ाया, बल्कि, हिमाचल पुलिस को भी गौरवान्वित किया. रंजना शर्मा ने न्यूज-18 से एक्सक्लूसिव बातचीत में अपना अनुभव साझा किया.
इंस्पेक्टर रेंक में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक हासिल करने वाली रंजना शर्मा प्रदेश की पहली महिला अधिकारी हैं. रंजना ने बताया कि वह 1996 में 18 साल की उम्र में कॉन्सटेबल भर्ती हुई थी और 27 साल से पुलिस सेवा में हैं. न्यूज18 से बातचीत में बताती हैं कि वह अब तक 800 से ज्यादा मामलों में जांच अधिकारी रह चुकी हैं. उन्होंने 50 चाइल्ड लेबर को रेस्क्यू किया है और साथ ही पति-पत्नी से जुड़े विवाद के 1500 से ज्यादा मामले भी निपटाए हैं. साथ ही एनडीपीएस और एक्साइज एक्ट के कई मामलों को अंजाम तक पहुंचाया और अपराधियों को सजा दिलवाई है.
पैर में प्लास्टर इसलिए अवार्ड लेने नहीं जा सकती
रंजना मौजूदा समय में मेडिकल लीव पर हैं. पैर में चोट के चलते वह घर पर आराम कर रही हैं. रंजना मूल रूप से शिमला के रामपुर भद्राश की रहने वाली हैं. रंजना ने बताया कि उन्होंने महिला थाना में पति-पत्नी विवाद से संबंधित 1500 से अधिक शिकायतों का निपटारा किया है. रंजना की बेटी दिव्यांशिका कहती है कि उन्हें अपनी मां की उपलब्धि पर गर्व है.
इन्हें भी मिला सम्मान
इसके अलावा, सराहनीय सेवा के लिए बिलासुपर के एसपी संदीप धवल, इंसपेक्टर नाग देव और सब इंस्पेक्टर हेम प्रकाश को पुलिस के लिए चुना गया है. होमगार्ड में तैनात वरिष्ठ प्लाटून कमांडर जय कुमार को भी सराहनीय कार्य के लिए पदक से नवाजा जाएगा. फायर ब्रिगेड विभाग में स्टेशन फायर ऑफिसर मनसा राम, राजेंद्र कुमार और सब फायर ऑफिसर अशोक कुमार को भी बेहतरीन सेवाओं के लिए पदक के लिए चुना गया है.
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FIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 08:57 IST