SC में फंस गए कपिल सिब्बल, जस्टिस पारदीवाला ने पूछे ऐसे सवाल, ममता सरकार नहीं दे पाई जवाब


नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी लेडी डॉक्टर से रेप और मर्डर मामले में सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता कांड पर जस्टिस पारदीवाला ने पोस्टमॉर्टम और एफआईआर की टाइमिंग पर सवाल उठाए. जस्टिस पारदीवाला ने पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पेश हुए सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल से ऐसे-ऐसे सवाल पूछे कि वह फंसते दिखे. जस्टिस पारदीवाला ने सवाल पूछा कि पोस्टमॉर्टम कब हुई? क्या पोस्टमॉर्टम होने और शव का दाह संस्कार होने के बाद एफआईआर दर्ज की गई? हालांकि, अदालत में कपिल सिब्बल जब संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए तो जस्टिस पारदीवाला ने कहा कि जल्दबाजी में बयान मत दीजिए.

सीक्वेंस ऑफ इवेंट पर बहस
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में जब सुनवाई चल रही थी तो जस्टिस पारदीवाला ने पोस्टमॉर्टम और एफआईआर की टाइमिंग पर सवाल उठाया. सीक्वेंस ऑफ इवेंट पर जस्टिस पारदीवाला और कपिल सिब्बल के बीच खूब जिरह हुई. कपिल सिब्बल ने अदालत को बताया कि लेडी डॉक्टर की डेडबॉडी का पोस्टमॉर्टम 9 अगस्त की शाम 6:10-7:10 बजे हुआ. इसके बाद जस्टिस पारदीवाला ने पूछा, ‘जब आप पोस्टमार्टम करना शुरू करते हैं, तो इसका मतलब है कि यह अप्राकृतिक मौत का मामला है. रात को 23:20 बजे अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया था. 9 अगस्त को जीडी (जनरल डायरी) एंट्री और एफआईआर 11:45 बजे दर्ज की गई थी. क्या यह सच है?

यह बहुत चौंकाने वाला मामला
जस्टिस पारदीवाला वाला ने कहा कि यह बहुत चौंकाने वाला है कि अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज करने से पहले ही पोस्टमॉर्टम शुरू कर दिया गया? इसके बाद जज पारदीवाला ने कपिल सिबल से कहा कि आप जिम्मेदारी के साथ बयान दीजिए, जल्दबाजी में नहीं. जज ने पूछा कि आखिर अप्राकृतिक मौत का मामला कब दर्ज किया गया? इस पर कपिल सिबल ने बताया कि रात 1:46 बजे. इस पर जज पारदीवाल ने पूछा कि यह डिटेल आप कहां से कोट कर रहे हैं? इसके बाद कपिल सिब्बल सकपका गए. कपिल सिबल जवाब देने में समय लगा रहे थे. इस पर कोर्ट ने कहा कि अगली बार से सुनवाई के दौरान जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को साथ में रखा कीजिए.

सिब्बल पर जज के सवालों का जवाब
जस्टिस पारदीवाला ने कहा कि जब पोस्टमॉर्टम 6 बजकर 10 मिनट में शुरू हो गया और 7 बजकर 10 मिनट में खत्म तो फिर रात को 11 बजकर 30 मिनट पर यूडी यानी अननेचुरल डेथ रजिस्टर्ड करने की क्या जरूरत थी? इस पर सिब्बल कहते हैं कि सर यह एफआईआर है, यूडी नहीं. टाइमलाइन देखिए, हमने सबकुछ बताया है. यूडी 1 बजकर 45 मिनट पर रजसिटर्ड हुआ था. वहीं, चीफ जस्टिस ने कहा कि अपराध की GD एंट्री सुबह 10:10 पर हुई, जब फोन के जरिए यह खबर मिली कि थर्ड फ्लोर पर PG डॉक्टर बेहोशी की हालत में मिली है. चीफ जस्टिस ने कहा कि पीड़ित के शव को देखकर बोर्ड ने शुरुआती राय दी थी कि मौत का कारण गला घोटने के कारण हो सकता है और सेक्सुअल एसॉल्ट से भी इनकार नहीं किया जा सकता. इसके बावजूद पोस्टमार्टम शाम 6-7 के बीच हुआ और उसके बाद जांच शुरू की गई.

Tags: Kapil sibal, Kolkata News, Supreme Court



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