पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया है. हमीद पर आरोप है कि उन्होंने खुफिया एजेंसी की कमान संभालने के दौरान अपने पद का दुरुपयोग किया. लेकिन, यह सिक्के का एक पहलू है. परदे के पीछे की कहानी कुछ और है. कहानी की शुरुआत होती है इसी साल मार्च में. जब देश की राजनीति में एक बार फिर शरीफ परिवार की वापसी होती है. पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ देश के पीएम बनते हैं. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश को ढाल बनाकर हमीद के खिलाफ जांच का आदेश होता है.
वैसे तो जनरल हमीद ने अपने रिटायरमेंट की तारीख से करीब चार माह पहले नवंबर 2022 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वह आईएसआई में लंबे समय तक रहे और अंतिम दिनों में इसके प्रमुख रहे. फैज हमीद का पाकिस्तान की राजनीति और अन्य विवादों से गहरा नाता रहा है. लेकिन, सबसे अहम मामला पूर्व पीएम नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के जरिज पद से हटवाकर उनको देश से निर्वासित करवाना था. नवाज शरीफ से पीएम पद छीनकर उनको देश से बाहर करने में फैज हमीद और उस वक्त के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की भूमिका सबसे अहम बताई जाती है. नवाज शरीफ अपनी इस दुर्गति को भूल नहीं पाए हैं. हमीद से पहले पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने उनको 1999 में तख्ता पलट कर देश से बाहर भेज दिया था.
फैज हमीद का खेल
वर्ष 2017 में फैजाबाद धरना केस में फैज हमीद के हाथ बताए जाते हैं. उस वक्त पाकिस्तान में नावज शरीफ की सरकार थी. लेकिन, 2017 के अंतिम दिनों में उनकी सरकार लगातार कमजोरी होती गई. फिर पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ एक फैसला सुनाया और फिर नवाज शरीफ को देश छोड़कर जाना पड़ा. उस दौरान उनकी तबीयत भी काफी खराब रही. वह लंबे समय तक लंदन में रहे.
शरीफ परिवार फैज हमीद के इस कारनामे को भूल नहीं सका. फिर समय बदला. सेना और एक वक्त उसके चहेते रहे इमरान खान के बीच टकराव शुरू हुआ. इमरान खान बेचारे बन गए. उनकी सरकार गिर गई. दूसरी तरफ सेना के तत्कालीन नेतृत्व ने एक बार फिर नवाज शरीफ को स्वदेश लाने की रणनीति बनाई और चुनाव में उनकी पार्टी को ठीक ठाक सीटें मिलीं. फिर नवाज की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के साथ मिलकर देश में सरकार बनाई. नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ देश के पीएम बनाए गए. लेकिन, नवाज शरीफ फैज हमीद के धोखे को नहीं भूल सके और उचित समय आने पर उनको निपटाने का प्लान बना लिया.
FIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 19:31 IST