किरण राव की ‘लापता लेडीज’ ऑस्कर की रेस से बाहर हो गई है। इस खबर ने ना सिर्फ फिल्म के कलाकारों, किरण राव या आमिर खान को निराश किया है, बल्कि पूरे देश के लिए ये खबर निराशा लेकर आई। क्योंकि, लापता लेडीज से पूरे बॉलीवुड और देश को बड़ी उम्मीदें थीं। हालांकि, दो भारतीय फिल्में अब भी ऑस्कर की रेस में बनी हुई हैं। हाल ही में एकेडमी अवॉर्ड्स की ओर से टॉप 15 इंटरनेशनल फीचर फिल्म की लिस्ट जारी की, जिसमें लापता लेडीज तो अपनी जगह नहीं बना सकी, मगर दो अन्य भारतीय फिल्मों ने जरूर अपनी जगह पक्की कर ली। तो चलिए आपको बताते हैं ऑस्कर 2025 के टॉप 15 में अपनी जगह पक्की करने वाली फिल्मों के बारे में।
भारत से जुड़ी फिल्म का नाम भी शामिल
ऑस्कर की इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में यूके से शॉर्टलिस्ट की गई फिल्म ‘संतोष’ ने टॉप 15 में अपनी जगह बनाई है। फिल्म की कहानी भारतीय है, लेकिन ये भारत का नहीं बल्कि ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व करती है। ब्रिटिश-इंडियन प्रोड्यूसर संध्या सुरी की इस फिल्म के अलावा इस कैटेगरी में एक अन्य भारतीय लड़की पर बनी फिल्म ने अपनी जगह बनाई है। इस फिल्म का नाम ‘अनुजा’ है, जो एकेडमी अवॉर्ड की इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी के लिए शॉर्टलिस्ट हुई है।
एकेडमी अवॉर्ड में जगह बनाने वाली फिल्में
इन दो फिल्मों के अलावा जिन फिल्मों ने एकेडमी अवॉर्ड की इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में जगह बनाई है उनमें नेटफ्लिक्स की फ्रेंच फिल्म ‘एमिलिया पेरेज’ भी है, जिसे 6 कैटेगरी में मेंशन किया गया है। इसके अलावा जिन फिल्मों ने इस लिस्ट में जगह बनाई है उनमें ब्राजील की ‘आई एम स्टिल हियर’, कनाडा की ‘यूनिवर्सल लैंग्वेज’, डेनमार्क की ‘द गर्ल विद द नीडल’, चेक गणराज्य की ‘वेव्स’, जर्मनी की ‘द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग’, आइसलैंड की ‘टच’, आयरलैंड की ‘नी कैप’, इटली की ‘वेर्मीगलिओ’ और लताविया की ‘फ्लो’ जैसी फिल्मों ने एकेडमी अवॉर्ड की फॉरेन फिल्म कैटेगरी में जगह बनाई है।
15 फिल्मों में इनके भी नाम
इन फिल्मों के अलावा थाईलैंड की ‘हाउ टू मेक मिलियन बिफोर ग्रैंडमा डाइज’, नार्वे की ‘अर्मांड’, पलेस्टाइन फिल्म ‘फ्रॉम ग्राउंड जीरो’ और सेनेगल की ‘दहामेय’ ने भी एकेडमी की ओर से जारी लिस्ट में अपनी जगह बनाई है।
टॉप 15 की रेस से लापता लेडीज हुई बाहर
बता दें, अमेरिका में हो जा रहे 97 वें एकेडमी अवॉर्ड यानी ऑस्कर 2025 में अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म कैटेगरी में 15 फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया गया है, जो लगभग 95 अलग-अलग भाषाओं में बनी फिल्मों में से चुनी गई हैं। 95 अलग-अलग भाषाओं में बनी फिल्मों में से जजों को महज 15 फिल्मों को शॉर्टलिस्ट करना था, जिनमें भारत की ‘लापता लेडीज’ भी शामिल थी। मगर किरण राव की ‘लापता लेडीज’ टॉप 15 में अपनी जगह नहीं बना सकी।