Opinion: तीर्थस्थलों के लिए मोदी के काम में चार चांद लगाएगा पम्बन पुल, रामेश्वरम को बाकी दुनिया से जोड़ता है


पीएम नरेंद्र मोदी के विकास के संकल्पना में आर्थिक विकास के साथ-साथ देश के आध्यात्मिक और संस्कृत विरासत की विकास भी शामिल है. इसी कड़ी में हमने देखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर जहां देश के अर्थव्यवस्था को आने वाले दिनों में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का दावा करते हैं, अपनी तीसरी कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का दावा करते हैं वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को विश्व के आध्यात्मिक केंद्र के तौर पर विकसित करने के लिए देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों को कॉरिडोर के रूप में विकसित कर रहे हैं. काशी कॉरिडोर उज्जैन का महाकाल कॉरिडोर सहित देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों में विकास कार्य किया जा रहे हैं.

पम्बन ब्रिज रामेश्वरम को बाकी दुनिया से जोड़ेगा

तमिलनाडु में रामेश्‍वरम द्वीप पर रेलवे द्वारा बनाए जा रहे वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज पर ट्रेनों का ट्रायल किया गया. यहां न्यू पम्बन ब्रिज बनाया जा रहा है, जो कि 100 साल पुराने पुल के पास बनाया जा रहा है. खास बात है कि न्‍यू पम्बन ब्रिज, देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज है. न्यू पम्बन वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज की खासियत यह है कि जहाज के आने पर यह पुल ऊपर की ओर खुल जाएगा और जहाज के गुजरने के बाद फिर जुड़ जाएगा. न्यू पम्बन ब्रिज 2.05 किमी लंबा है और पुराने पुल की तुलना में तीन मीटर ऊंचा व समुद्र तल से 22 मीटर ऊंचा होगा. इसमें 18.3 मीटर के 100 स्पैन और 63 मीटर का एक नेविगेशनल स्पैन होगा. इस पुल के दोनों ओर ट्रेनों का संचालन होगा. वर्टिकल ब्रिज के निर्माण 545 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की लागत आई है. पुराने पुल में 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन गुजरती है जबकि नए ब्रिज में ट्रेन की स्पीड 80 किमी/घंटा रहेगी. देश के इस पहले वर्टिकल ब्रिज की अधारशिला पीएम मोदी ने मार्च 2019 में कन्याकुमारी में रखी थी. न्यू पम्बन ब्रिज, पंबन और रामेश्वरम के बीच रेल यातायात को बढ़ाएगा. धनुषकोडी की यात्रा करने वाले लोग भी इस नए ब्रिज का इस्तेमाल करेंगे.
बीजेपी के युवा नेता मनोज यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का सर्वांगिक विकास चाहते हैं जिसके अंतर्गत हुए देश की अर्थव्यवस्था का विकास कर ही रहे हैं साथ ही साथ में देश के धार्मिक केंद्र को भी विकसित कर रहे हैं और इसे विभिन्न जगहों से जोड़ा जा रहा है. मनोज यादव का कहना है कि काशी उज्जैन कॉरिडोर के साथ-साथ जिस तरह से अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया गया और इसके साथ ही साथ वहां पर हवाई अड्डा के साथ-साथ सड़क मार्ग और रेल मार्ग को भी दुरुस्त किया गया. मनोज यादव का कहना है कि तमिलनाडु में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी परिकल्पना के साथ आगे चल रहे हैं और वहां पर ही अर्थव्यवस्था के साथ-साथ धार्मिक स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है और उन्हें देश के विभिन्न भागों से बेहतर आधारभूत संरचना के साथ जोड़ा जा रहा है.

FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 17:10 IST



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