Opinion: टैक्‍स की राशि का इस्तेमाल विकास योजनाओं में कर रही है मोदी सरकार | – News in Hindi – हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी


कौटिल्य ने अपने अर्थशास्त्र ने कहा है कि राजा की सबसे बड़ी ताकत उसका खजाना होता है. यानी अपने राज्य और जनता की तरक्की के लिए अपने खजाने को कैसे बढ़ाया जाए इस बात पर ध्यान रखना चाहिए. इस खजाने को कैसे जनता के कल्याण में लगाया जाए, इसकी व्यवस्था बजट में होती है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सरकार जिनके प्रयास से देश में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर के संग्रहण में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, वे इस राशि को जनकल्याण में खर्च कर रहे हैं.

अनुसंधान के लिए धन की जरूरत 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कार्यक्रम में कहा कि“मैं चाहती हूं कि मेरे सामने ग्रेजुएट, पीएचडी धारक बहुत विद्वान लोग हैं, जो भारत की चुनौतियों को समझें. मैं भारत जैसे विकासशील देश के लिए ऊर्जा के उन स्थायी स्रोतों में से एक के रूप में रिन्युएबल एनर्जी का उदाहरण लेती हूं.” वैज्ञानिकों से इनोवेशन के साथ आने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अपनी ताकत से फॉसिल फ्यूल से नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है क्योंकि देश कहीं और से पैसे का इंतजार नहीं कर सकता.

साफ तौर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का इशारा है कि सरकार अपने खजाने का उपयोग देश के विकास को लेकर के कर रही है.

बीजेपी के युवा नेता मनोज यादव का कहना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस बयान को एक वृहद पृष्ठभूमि में समझ जाना चाहिए. मनोज यादव कहते हैं कि यह सभी भारत की है और इसके लिए भारत को अनुसंधान पर अधिक से अधिक खर्च करना चाहिए. मनोज यादव का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था को तेजी देने के लिए जरूरी आधारभूत संरचना के विकास के लिए आज इसमें निवेश की जरूरत है और यह निवेश सरकार अपने राजकोष से कर रही है. मनोज यादव का दावा है कि मोदी सरकार ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर को तर्कसंगत और पारदर्शी बनाकर अपने राजकोष में वृद्धि की है और इसका निवेश विकास के विभिन्न आयामों में किया जा रहा है.

ब्लॉगर के बारे में

विनीत कुमारविशेष संवाददाता

देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान आईआईएमसी दिल्ली से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद 2008 से नेटवर्क 18 से जुड़ गए. इस समय न्यूज 18 में विशेष संवाददाता हैं.

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