नई दिल्ली (NEET UG Counselling 2024). मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में एडमिशन के लिए नीट यूजी परीक्षा पास करने के बाद नीट यूजी काउंसलिंग में भी शामिल होना जरूरी है. कई राज्यों में इस साल के सत्र के लिए नीट यूजी काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है. वहीं, कुछ राज्यों में जल्द ही शुरू हो जाएगी. मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के मन में कई तरह के सवाल होते हैं. कई बार कंफ्यूजन की वजह से कुछ गलतियां भी हो जाती हैं.
नीट में कितने नंबर पर सरकारी कॉलेज मिलता है? नीट में कितने मार्क्स पर मेडिकल कॉलेज में बीडीएस या एमबीबीएस सीट मिल जाएगी (Medical College Admission)? इन सवालों के जवाब नीट यूजी काउंसलिंग में तय होते हैं. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि नीट यूजी काउंसलिंग के दौरान एक छोटी सी भी गलती होने पर आपका एडमिशन रद्द किया जा सकता है? अगर ऐसा होता है तो डॉक्टर बनने का आपका इंतजार एक साल और बढ़ जाएगा. इसलिए नीट यूजी परीक्षा में भूलकर भी ये गलतियां न करें-
1- नीट स्टेट कोटा की जानकारी का अभाव
हर राज्य में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए निर्धारित रिजर्वेशन और नीट स्टेट कोटा के नियम अलग होते हैं. आपको स्टेट कोटा व ऑल इंडिया कोटा के सभी नियमों की जानकारी होनी चाहिए. अगर आपको कुछ समझने में परेशानी हो रही है तो एक्सपर्ट या सीनियर्स की मदद लें. इसे नजरअंदाज करने पर आप कुछ बेहतरीन मौके गंवा सकते हैं.
2- मेडिकल कॉलेज और कोर्स का अधूरा ज्ञान
कई स्टूडेंट्स मेडिकल कॉलेज और कोर्स सेलेक्ट करने से पहले रिसर्च नहीं करते हैं. अगर आपको मेडिकल कॉलेज की फीस, कटऑफ, पढ़ाई आदि की जानकारी नहीं है तो बाद में परेशानी हो सकती है. एडमिशन लेने के बाद की समस्याओं से बचने के लिए पहले ही डिटेल्स इकट्ठा कर लेना बेहतर है. इसके लिए आप मेडिकल कॉलेज के पूर्व स्टूडेंट्स से वहां का फीडबैक भी ले सकते हैं.
यह भी पढ़ें- यूपी पुलिस परीक्षा में मिलेंगे 5 मिनट एक्स्ट्रा, आसानी से होगा टाइम मैनेजमेंट
3- काउंसलिंग डॉक्यूमेंट्स पूरे न होना
नीट यूजी काउंसलिंग में अगर आपको मनपसंद सीट मिल गई लेकिन वेरिफिकेशन के दौरान डॉक्यूमेंट नहीं ले गए तो भी आपका एडमिशन रद्द हो सकता है. वेरिफिकेशन के दौरान अधूरे या गलत डॉक्यूमेंट जमा करने पर सीट कैंसिल हो सकती है. इसलिए नीट एडमिट कार्ड, डोमिसाइल, जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो), NEET स्कोरकार्ड, आदि की चेकलिस्ट बनाकर क्रॉस वेरिफाई कर लें.
4- नीट यूजी काउंसलिंग डेट पर ध्यान न देना
नीट यूजी काउंसलिंग कई चरणों में पूरी होती है. नीट काउंसलिंग रजिस्ट्रेशन, चॉइस फिलिंग, सीट अलॉटमेंट और कॉलेज में रिपोर्टिंग के लिए शेड्यूल तय किया जाता है. नीट काउंसलिंग 2024 लास्ट डेट से पहले प्रक्रिया पूरी न करने पर अपनी सीट खो सकते हैं. इसलिए नीट काउंसलिंग शेड्यूल 2024 को अपने पास रखें और चेक करते रहें.
यह भी पढ़ें- ऑफिस में नहीं सुना सकते हैं डर्टी जोक्स, हर महिला को मिला है शिकायत का हक
Tags: Government Medical College, MBBS student, Medical Education, NEET, Neet exam
FIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 12:49 IST