Muhammad Yunus: बांग्‍लादेश से किया BA, MA, अमेरिका में पाई स्‍कॉलरशिप, अब हाथों में होगी देश की कमान


Muhammad Yunus: बांग्‍लादेश में आरक्षण को लेकर उठे तूफान के बीच वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना को न केवल इस्‍तीफा देना पड़ा, बल्कि उन्‍हें देश छोड़कर भारत में शरण लेनी पड़ी. जिसके बाद नोबेल पुरस्‍कार विजेता मोहम्‍मद यूनुस के नेतत्‍व में अंतरिम सरकार बनने जा रही है. आइए जानते हैं कि मोहम्‍मद यूनुस ने कहां से पढ़ाई की, कैसे एक बैंकर बन गए और अब बांग्‍लादेश की कमान संभालने जा रहे हैं.

कहां से हुई पढ़ाई लिखाई
मोहम्‍मद यूनुस का जन्‍म 28 जून 1940 को चिटगांग पूर्वी बंगाल में हुआ था, जो बाद में बांग्‍लादेश में चला गया. मोहम्‍मद यूनुस की शुरुआती पढ़ाई लिखाई चिटगांग के स्‍कूल से ही हुई, लेकिन बाद में हायर एजुकेशन के लिए उन्‍होंने ढाका यूनिवर्सिटी का रूख किया. वर्ष 1957 में मोहम्‍मद यूनुस ने इकोनॉमिक्‍स से बीए किया और वर्ष 1960 में एमए में दाखिला किया. मास्‍टर डिग्री के बाद मोहम्‍मद यूनुस रिसर्च के लिए इकोनॉमिक्‍स ब्‍यूरो में शामिल हो गए. वर्ष 1965 में मोहम्‍मद यूनुस को अमेरिका में पढ़ाई के लिए फुलब्राइट स्‍कॉलरशिप मिली थी. उन्‍होंने वर्ष 1965 से 1972 तक वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय में पढ़ाई की. इस दौरान वर्ष 1969 में उन्‍होंने इकोनॉमिक्‍स में पीएचडी भी किया. बाद में उन्‍हें प्रोफेसर नियुक्‍त किया गया.

चिटगांव विश्वविद्यालय में लौटे
मोहम्‍मद यूनुस वर्ष 1972 में चिटगांग यूनिवर्सिटी (University of Chittagong)में इकोनॉमिक्‍स डिपार्टमेंट के एचओडी के रूप में वापस बांग्‍लादेश लौटे. 1974 में उन्‍होंने अकाल के दौरान आर्थिक पहलुओं का अध्ययन शुरू किया. इसके बाद उन्‍होंने वर्ष 1983 में बांग्‍लादेश में ग्रामीण बैंक की नींव रखी. यह बैंक माइक्रोक्रेडिट (गरीब लोगों को बिना गारंटी के छोटे ऋण) प्रदान करती है. इनके इस सामाजिक कार्यों को देखते हुए वर्ष 2006 में मोहम्‍मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया. अब उन्‍हें बांग्‍लादेश में हुए तख्‍तापलट के बाद 6 अगस्त, 2024 को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया है.

यूनुस ने लिखी हैं कई किताबें
बांग्‍लादेश की कमान संभालने जा रहे मोहम्‍मद यूनुस ने कई पुस्‍तकें भी लिखी हैं. जिसमें ‘बिल्डिंग सोशल बिजनेस: द न्यू काइंड ऑफ कैपिटलिज्म दैट सर्व्स ह्यूमैनिटी’ मोस्ट प्रेसिंग नीड्स’ (2010) और ‘ए वर्ल्ड ऑफ थ्री जीरोज: द न्यू इकनॉमिक्स ऑफ जीरो पॉवर्टी, जीरो अनएम्प्लॉयमेंट, एंड जीरो नेट कार्बन एमिशन’ (2017) शामिल हैं.

मिल चुके हैं कई पुरस्‍कार
मोहम्‍मद यूनुस को कई सम्‍मान भी दिए गए हैं इसमें बांग्लादेश का प्रतिष्ठित स्वतंत्रता दिवस पुरस्कार (1987), वर्ल्ड फूड प्राइज (संयुक्त राज्य, 1994), और यू.एस. प्रेसीडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम (2009) आदि शामिल है. वे किंग हुसैन ह्यूमैनिटेरियन अवार्ड (जॉर्डन, 2000) पाने वाले पहले व्‍यक्‍ति हैं.

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