iPhone 16 की बिक्री पर इंडोनेशिया में बैन लगा दिया गया है। एप्पल के लेटेस्ट आईफोन पर लगने वाले बैन का भारतीय यूजर्स पर भी बड़ा असर पड़ने वाला है। इंडोनेशिया की सरकार ने लोकल इन्वेस्टमेंट रिक्वायरमेंट कंप्लायेंस पूरा नहीं कर पाने की वजह से नई iPhone 16 सीरीज पर यह प्रतिबंध लगाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया की सरकार ने एप्पल के सामने शर्त रखी थी कि वो अपने स्मार्टफोन और टैबलेट को 40 प्रतिशत घरेलू कॉन्टेंट रिक्वायरमेंट्स के हिसाब से शिपमेंट रखें। ऐसा नहीं करने पर एप्पल के प्रोडक्ट को इंडोनेशिया में न तो मार्केट किया जाएगा और न ही बेचा जाएगा।
एप्पल ने इंडोनेशिया में 1.48 ट्रिलियन रुपिया का इन्वेस्टमेंट किया है, जो सरकार द्वारा तय 1.71 ट्रिलियन रुपिया से 14.75 मिलियन रुपिया कम है। इंडोनेशिया के नियमों के मुताबिक, देश में किसी भी प्रोडक्ट को बेचने के लिए उसमें 40 प्रतिशत लोकल कॉन्टेंट की जरूरत होगी, जिनमें कंपोनेंट्स, लेबर और फेसिलिटीज शामिल हैं। एप्पल ने iPhone 16 के इंवेस्टमेंट टारगेट को मिस कर दिया है। बिना जरूरी IMEI सर्टिफिकेशन के इसकी बिक्री देश में गैरकानूनी मानी जाएगी।
भारतीय यूजर्स पर क्या होगा असर?
इंडोनेशिया की सरकार ने देश की सीमा के अंदर iPhone 16 की बिक्री के साथ-साथ एंट्री पर भी बैन लगा दिया है। भारत से इंडोनेशिया ट्रैवल करने वाले पर्यटकों की संख्यां हजारों में हैं, जिसकी वजह से उन पर भी इस बैन का असर होगा। अगर, आप इंडोनेशिया iPhone 16 लेकर जा रहे हैं तो आपका फोन वहां काम नहीं करेगा। ऐसे में आपको सेकेंडरी स्मार्टफोन साथ रखने की जरूरत होगी।
इन दो कंपनियों का फायदा
Apple इंडोनेशिया के स्मार्टफोन मार्केट का टॉप प्लेयर नहीं है, फिर भी कंपनी के लेटेस्ट आईफोन पर लगे बैन का फायदा अन्य ब्रांड को होने वाला है। एप्पल का इंडोनेशिया स्मार्टफोन मार्केट में 7वां बड़ा प्लेयर है। इस समय इंडोनेशिया में 350 मिलियन एक्टिव स्मार्टफोन यूजर्स हैं, जिनमें से 100 मिलियन यूजर्स की उम्र 30 साल से कम है। IDC की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया में Oppo और Samsung दोनों बड़े स्मार्टफोन प्लेयर हैं। ऐसे में इन दोनों कंपनियों को इस बैन का फायदा सबसे ज्यादा मिलेगा। ये दोनों कंपनियां प्रीमियम स्मार्टफोन बनाती हैं।
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