IMD ने किया खबरदार, दो दिनों तक जरा संभल कर रहें, जरूरी काम जल्‍दी निपटा लें


भुवनेश्‍वर/कोलकाता/रांची. बंगाल की खाड़ी का मूड इन दिनों जल्‍दी-जल्‍दी बिगड़ रहा है. कुछ दिनों पहले ही बंगाल की खाड़ी में साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन बनने से कम दबाव का क्षेत्र बन गया था. इसके चलते ओडिशा के साथ ही पश्चिम बंगाल में भी भारी से बहुत भारी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में भी तेज बारिश हुई थी. बिहार से लेकर झारखंड तक पर इसका असर पड़ा था. अब एक बार फिर से बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान जैसी स्थिति बन रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने साइक्‍लोन जैसे हालात को देखते हुए अलर्ट जारी किया है. IMD ने दो दिनों तक भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है. बता दें कि शनिवार को मौसम विज्ञानियों ने मछुआरों को समंदर में न जाने की सलाह दी थी.

बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान की स्थिति पैदा होने के बाद IMD ने ओडिशा के लिए अलर्ट जारी किया है. मौसम विज्ञानियों ने प्रदेश के 30 जिलों में से 18 के लिए चेतावनी जारी किया है. IMD ने सोमवार 26 अगस्‍त को इन जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने मयूरीभंज, क्‍योंझर, सुंदरगढ़ और झारसुगुड़ा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. स्‍थानीय प्रशासन के साथ ही आमलोगों को भी सावधान रहने की सलाह दी है, ताकि तेज बारिश की वजह से किसी तरह की अप्र‍िय घटना न हो.

बंगाल की खाड़ी में हलचल पर IMD का अलर्ट, 26 अगस्‍त तक भारी बारिश, सोमवार से हालात और होंगे खराब

ओडिशा के इन जिलों के लिए येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने ओडिशा के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है. IMD ने बारगढ़, देवगढ़, अंगुल, ढेंकानल, सोनेपुर, बोलांगिर, नुआपाड़ा, बालासोर, भद्रक, जजापुर, जगतसिंहपुर, केंद्रापारा, कटक और संबलपुर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए सावधान रहने की चेतावनी दी है. बता दें कि ओडिशा में पिछले कुछ दिनों में जोरदार बारिश रिकॉर्ड की गई है. अब एक बार फिर से प्रदेश में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.

कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विज्ञान के विशेषज्ञों ने बताया कि दक्षिण बांग्‍लादेश और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. आने वाले दिनों में इसके और प्रभावी होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने बताया कि इसके चलते पश्चिम बंगाल, उत्‍तरी ओडिशा और झारखंड में आने वाले दो दिनों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना जताई गई है. उधर, हीराकुंड डैम के 6 और गेट को खोल दिया है, ताकि अतिरिक्‍त पानी निकल सके. इस तरह अब हीराकुंड बांध के कुल 14 गेटों को खोला जा चुका है.

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