IAS Success Story: खराब अंग्रेजी की वजह से उड़ा मजाक, गांव की बेटी ने IAS बनकर दिया जवाब


नई दिल्ली (Surabhi Gautam IAS Success Story). अंग्रेजी अब सिर्फ एक भाषा नहीं, बल्कि स्टेटस सिंबल और हमारी जरूरत बन चुकी है. आईएएस सुरभि गौतम को कभी इसी भाषा की वजह से भरी क्लास में इंसल्ट होना पड़ा था. उनकी जगह कोई और होता तो शायद वापस गांव लौट जाता या कई दिनों तक स्ट्रेस में रहता. लेकिन उनके सपने बड़े थे. उन्होंने हार मानना नहीं सीखा था और उनके साथ उनकी मां का मजबूत सपोर्ट सिस्टम भी था.

यह कहानी है मध्य प्रदेश के सतना में स्थित एक गांव की रहने वाली सुरभि गौतम की. वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थीं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव में रहकर की. वह हमेशा हर क्लास में टॉप करती थीं. वह गांव से निकलकर ऊंची उड़ान भरने के लिए तैयार थीं. इसके लिए पहला स्टेप था, गांव से निकलना. हायर एजुकेशन के लिए गांव से शहर आने वाली वह पहली लड़की थीं. पढ़िए आईएएस सुरभि गौतम की मोटिवेशनल सक्सेस स्टोरी (Motivational Story).

Surabhi Gautam IAS Success Story: बिना ट्यूशन के बनीं टॉपर
गांव या छोटे कस्बों में कोचिंग कल्चर ज्यादा नहीं होता है. सुरभि गौतम मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव से ताल्‍लुक रखती हैं. उन्होंने सीमित संसाधनों के साथ 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा दी थी. बिना किसी कोचिंग या ट्यूशन के, यानी सिर्फ सेल्फ स्टडी और स्कूल क्लासेस के दम पर उन्होंने 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में 90 फीसदी से ज्‍यादा अंक हासिल किए थे. सुरभि गौतम के पिता सिविल कोर्ट में वकील थे और मां शिक्षिका थीं. उनके घर पर पढ़ाई-लिखाई का अच्छा माहौल था.

Surabhi Gautam IAS Success Story: यूनिवर्सिटी में किया टॉप
स्कूल एजुकेशन पूरी करने के बाद सुरभि गौतम ने स्टेट इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम दिया था. इस परीक्षा में उन्होंने बेहतरीन मार्क्स हासिल किए थे. वह अपने गांव की पहली लड़की थीं, जो उच्च शिक्षा के लिए शहर आई थी. बता दें कि स्कूल लेवल तक वह हिंदी मीडियम स्टूडेंट थीं. सुरभि गौतम ने भोपाल इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशंस में बीटेक किया था. वह यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग एग्जाम की टॉपर थीं. अपनी शानदार परफॉरर्मेंस के लिए उन्‍हें गोल्‍ड मेडल से सम्मानित किया गया था.

Surabhi Gautam IAS Success Story: आसान नहीं था कॉलेज का पहला दिन
यूनिवर्सिटी टॉपर सुरभि गौतम के लिए कॉलेज का पहला दिन काफी मुश्किल था. हिंदी मीडियम माहौल से होने की वजह से अंग्रेजी भाषा में उनका हाथ तंग था. सही तरीके से अंग्रेजी न बोल पाने के कारण क्लास में कई बार उनका मजाक भी बना. कॉलेज के पहले दिन अंग्रेजी में परिचय न दे पाने के कारण उनका काफी मजाक बना था. लेकिन फिर अपनी कम्‍युनिकेशन स्किल को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने तय किया कि वह हर दिन अंग्रेजी के 10 नए शब्द सीखेंगी.

Surabhi Gautam IAS Success Story: 12वीं पास करने पर खड़े हुए सवाल
एक दिन टीचर ने उनसे अंग्रेजी में फिजिक्स का एक सवाल पूछा. भाषा में तंग होने की वजह से वह उसे सही तरीके से समझ नहीं पाईं और इसीलिए गलत जवाब दे दिया. इसके बाद टीचर ने उनके 12वीं पास होने पर सवाल खड़ा कर दिया था. इस घटना ने उनका मनोबल कमजोर कर दिया था. वह खूब रोईं और वापस घर लौटने का मूड बना लिया. लेकिन फिर उनकी मां ने समझाया कि अगर वह ऐसे ही लौट आएंगी तो गांव की हर लड़की का सपना टूट जाएगा.

Surabhi Gautam IAS Success Story: इंग्लिश में दी फाइनल परीक्षा
सुरभि गौतम पर मां की बातों का गहरा असर पड़ा. उन्होंने अंग्रेजी पर कमांड बढ़ाने का फैसला किया. अंग्रेजी भाषा सुधारने के लिए वह लाइब्रेरी से इंजीनियरिंग की इंग्लिश किताबें ले आई थीं. सभी मुश्किल शब्दों की पर्चियां बनाकर पूरे कमरे में लगा दी थीं. हालात ऐसे हो गए कि उन्हें सपने भी अंग्रेजी में ही आने लगे. उन्होंने अपने सेमेस्टर एग्जाम इंग्लिश में दिए और पहले सेमेस्टर में यूनिवर्सिटी टॉप भी किया. कॉलेज खत्म करने के बाद उन्होंने कई प्रतियोगी परीक्षाएं भी पास कीं.

UPSC Success Story: पूरा किया अफसर बनने का सपना
सुरभि गौतम ने यूनिवर्सिटी से पासआउट होने के बाद इसरो, बार्क, आईईएस, यूपीएससी आईएएस, स्टेट लेवल परीक्षाओं समेत 8 बड़े एग्जाम्स में टॉप रैंक हासिल की. इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने कुछ समय तक BARC में काम किया. साल 2013 में सुरभि गौतम ने आईईएस एग्जाम में टॉप किया था. फिर साल 2016 में यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में 50वीं रैंक हासिल कर वह आईएएस अफसर बन गईं.

Tags: Motivational Story, Success Story, Upsc exam



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