अनचाहे मार्केटिंग कॉल्स से जल्द देश के करोड़ों मोबाइल यूजर्स को राहत मिलने वाली है। सरकार ने इसके लिए तैयारी कर ली है। उपभोक्ता मंत्रालय इसके लिए अगले महीने गाइडलाइंस जारी कर सकती है। अनचाहे मार्केटिंग कॉल्स पर लगाम लगाने वाली गाइडलाइंस को ड्राफ्ट किया जा रहा है। उपभोक्ता मंत्रालय के बड़े अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। हाल ही में ट्राई ने भी फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए कई गाइडलाइंस जारी की है।
नई गाइडलांइस की चल रही तैयारी
कंज्यूमर अफेयर्स सेक्रेटरी निधि खरे ने कहा है कि विभाग इसे लेकर स्टेकहोल्डर्स से कंसल्टेशन गाइडलाइंस ड्राफ्ट तैयार कर रही है। ड्राफ्ट तैयार होने के बाद टेलीकॉम रेगुलेटर के साथ इसे शेयर किया जाएगा। नेशनल कंज्यूमर डे के मौके पर निधि खरे ने कहा कि हम अनचाहे मार्केटिंग कॉल्स को रोकने के लिए गाइडलाइंस को ड्राफ्ट कर ली है। इसे ट्राई के साथ अगले महीने शेयर किया जाएगा।
दूरसंचार विभाग को यूजर्स से मिल रही शिकायत को देखते हुए अनचाहे मार्केटिंग कॉल्स को रोकने के लिए कड़े नियम लागू करने की जरूरत है। उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा तैयार की जा रही गाइडलाइंस बिजनेस एंटिटिज के रोल और रिस्पॉन्सिबिलिटी को तय करने वाली होगी। उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने के लिए ट्राई और उपभोक्ता मंत्रालय मिलकर मौजूदा फ्रेमवर्क में इस गाइडलाइंस को लागू करेंगे।
फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम
TRAI ने इस साल अगस्त में फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम लगाने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की थी। ट्राई की इन गाइडलाइंस को चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया है। अक्टूबर में फर्जी मैसेज पर लगाम लगाने के लिए अनसोलिसिटेड कम्युनिकेशन वाले नियम लागू किए गए। वहीं, 11 दिसंबर से बिना रजिस्टर्ड एंटिटीज के SMS को ब्लॉक करने के नियम लागू किए गए हैं। दूरसंचार नियामक ने टेलीकॉम कंपनियों को फर्जी कॉल्स और मैसेज को नेटवर्क लेवल पर रोकने के लिए AI सिस्टम लाने का निर्देश दिया है। Airtel ने AI बेस्ड टेक्नोलॉजी लॉन्च की है, जिसके जरिए लाखों मैसेज और कॉल्स को ब्लॉक किया गया।
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