साइबर ठगों ने फेसबुक पर निवेश का लालच दिया. निवेश कराने के लिए एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जोड़ा. पैसे ऐंठने के बाद ग्रुप का एक्सेस बंद कर दिया.
नई दिल्ली. ‘लालच बुरी बला है.’ सुना और पढ़ा तो सभी ने और जानते भी सब लोग हैं, लेकिन फिर भी यह बला अच्छे खासे पढ़े-लिखे लोगों को भी गच्चे में डाल देती है. ठगी खासकर साइबर ठगी का पूरा धंधा ही इसी लालच पर चल रहा है. आपको लालच के जाल में फंसाकर ठग ऐसा चक्रव्यूह रचते हैं कि अच्छे खासे लोगों का दिमाग चलना बंद हो जाता है और लालच का पर्दा आंखों के सामने पड़ जाने से कुछ दिखाई नहीं देता. होश तब आता है जब वे नुकसान की गहरी खाई में जाकर गिरते हैं. ऐसा ही कुछ मामला गाजियाबाद में रहने वाले कपल के साथ पेश आया, जहां लालच के जाल में फंसाकर ठगों ने 3 करोड़ से ज्यादा रुपये ऐंठ लिए. इनकी कहानी से आपको भी बड़ा सबक और सीख मिलेगी.
गाजियाबाद के इंद्रापुरम की रहने वाली नवनीता मिश्रा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह और उनके पति फेसबुक पर एक निवेश सलाहकार के जाल में फंस गए और अपने 3 करोड़ से ज्यादा रुपये गंवा बैठे हैं. इस निवेश सलाहकार ने वॉट्सऐप ग्रुप के जरिये उनसे संपर्क किया और उनके निवेश पर तगड़ा रिटर्न दिलाने का वादा किया. कपल ने कुल 22 ट्रांजेक्शन किए और जुलाई व अगस्त के सिर्फ दो महीनों में ही उन्होंने 3.1 करोड़ रुपये का निवेश कर डाला. बाद में पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है और सारे पैसे डूब चुके हैं. उन्होंने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई और जांच चल रही है.
ठगों ने कैसे रचा चक्रव्यूह
पीडि़त कपल ने बताया कि फेसबुक पर एक फेक इनवेस्टमेंट एडवाइजर ने उनसे संपर्क किया और उन्हें एक वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ा. यहां और भी कई निवेशक पहले से जुड़े थे. सबसे पहले उन्होंने इस प्लेटफॉर्म की सब्सक्रिप्शन फीस के तौर पर 2 हजार रुपये जमा कराए. इसके बाद कपल से तमाम शेयरों और आईपीओ में निवेश कराया गया. इन कंपनियों की डिटेल के साथ सेबी का पंजीकरण भी दिखाया जाता था.
80 लाख का लोन भी लिया
ठगों ने जो ऐप डाउनलोड कराया उसमें कपल को अपने सभी निवेश और उस पर मिलने वाले रिटर्न का ब्योरा दिख रहा था. लालच का दायरा बढ़ा तो उन्होंने 80 लाख रुपये लोन भी ले लिया. इस तरह कपल ने 22 ट्रांजेक्शन के जरिये 3 करोड़ से भी ज्यादा पैसे निवेश कर दिए. ठगों की ओर से उन्हें लगातार निवेश से जुड़ी सलाह दी जा रही थी.
फिर तो तोते उड़ गए
अब तक यह कपल 3.1 करोड़ रुपये इस प्लेटफॉर्म पर निवेश कर चुका था. निवेश और मुनाफे की डिटेल भी ऐप पर दिख रही थी, लेकिन कपल ने जब अपने पैसे निकालने की कोशिश की तो वे कामयाब नहीं हुए. पैसे निकालने के लिए उनसे टैक्स जमा करने को कहा गया. अब जाकर कपल को ठगों पर शक हुआ और उन्होंने दूसरे प्लेटफॉर्म से उस आईपीओ में निवेश की कोशिश की तो असफल रहे. चिंता बढ़ी तो कंपनी की खोजबीन शुरू कर दी, लेकिन कुछ पता नहीं चला. ग्रुप के अन्य सदस्यों से संपर्क की कोशिश भी असफल रही और उस पर दिया गया नंबर राजस्थान का निकला. अब तक कपल को पता चल चुका था कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है, लेकिन ‘अब पछताए होत का, जब चिडि़या चुग गई खेत.’
आप कैसे बचेंगे ऐसे ठगों से
- ईमेल, सोशल मीडिया और फोन कॉल पर निवेश की सलाह देने वालों से बचकर रहें.
- आपसे कोई अंजान व्यक्ति संपर्क करता है तो पहले उसकी सत्यता को परखना चाहिए.
- इनवेस्टमेंट फर्म या एडवाइजर का रजिस्ट्रेशन जरूर चेक करें.
- अपना पैसा लगाने से पहले निवेश के प्रोडक्ट की पूरी जांच-पड़ताल कर लें.
- अगर आपके ऊपर तत्काल निवेश को लेकर दबाव बनाया जा रहा, तो यह स्कैम है.
- निवेश पर बंपर रिटर्न की गारंटी देने वालों से सावधान रहें.
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FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 08:11 IST