Airport News: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक साहब को घर का पता भूलना भारी पड़ गया. वहीं, जब इन भुक्कड़ साहब को लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो के अंतर्गत आने वाली एजेंसी ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने अपनी तफ्तीश शुरू की, तो एक ऐसा चौंकाने वाला राज सामने आ खड़ा हुआ. जिसके बाद, इन साहब को हिरासत में लेकर आईजीआई एयरपोर्ट के हवाले कर दिया गया. वहीं आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने इन साहब के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 319(2), 335, 336 (2), 337 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, काउंटर नंबर 20 पर तैनात अफसर रामभरोस के पास ये साहब इमिग्रेशन क्लियरेंस के लिए पहुंचते हैं. ये साहब इस्तांबुल से आने वाली टर्किश एयरलाइंस की फ्लाइट TK-716 से आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे थे. ट्रैवल डॉक्यूमेंट की जांच के बीच इमिग्रेशन अफसर ने इन साहब से इनके घर का पता पूछ लिया. वहीं, यह सवाल सुनते ही ये साहब न केवल लड़खड़ा गए, बल्कि इनके चेहरे पर पसीना उतर आया. इमिग्रेशन अफसर ने एक बार फिर अपना सवाल दोहराया, लेकिन वह जवाब नहीं दे पाए.
इस सवाल के बाद इन साहब की जो हालत हुई, उसे देखकर इमिग्रेशन अफसर को शक हो गया. जिसके बाद, इन साहब से पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ में इन साहब ने बताया कि उनका असली नाम मोहम्मद साकिब हसन है. जबकि पासपोर्ट पर इनका नाम अबू हसन शेख दर्ज था. इसके बाद, इन साहब जो खुलासे किए वह और भी अधिक चौंकाने वाले थे. इन साहब ने बताया कि वह मूल रूप से बांग्लादेश के ढाका शहर के रहने वाले हैं. उन्होंने यह भारतीय पासपोर्ट गैरकानूनी तरीके से हासिल किया था. इस खुलासे के बाद, साकिब को हिरासत में ले लिया गया.
ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने साकिब के कब्जे से बरामद पासपोर्ट को जब्त कर कोलकाता रीजनल पासपोर्ट ऑफिस भेज दिया है. वहीं जांच के दौरान, साकिब के फोन से बांग्लादेशी पासपोर्ट की एक कॉपी भी बरामद कर ली गई. प्रारंभिक पूछताछ के बाद ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने आरोपी साकिब को आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया है. वहीं आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी साकिब के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 319(2), 335, 336 (2), 337 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
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FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 14:31 IST