टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड ब्रायन लारा के नाम दर्ज है। लारा ने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट की एक पारी में अकेले 400 रन जड़े थे। इंटरनेशन क्रिकेट में पिछले 20 साल से लारा का ये रिकॉर्ड कायम है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि एक 18 साल के क्रिकेटर ने लारा से ज्यादा रन ठोकने का बड़ा कारनामा कर दिया है। ये युवा क्रिकेटर भारत के गुजरात से ताल्लुक रखता है और नाम है द्रोण देसाई। 18 साल की छोटी सी उम्र में द्रोण देसाई ने 450 से ज्यादा रनों की पारी खेली। इसके साथ ही इस युवा क्रिकेटर का नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया। युवा क्रिकेटर मात्र 2 रन से 500 रन बनाने से चूक गया। अब इस क्रिकेटर की हर जगह चर्चा हो रही है। द्रोण ने गुजरात के गांधीनगर में दीवान बल्लुभाई कप अंडर-19 टूर्नामेंट के दौरान ये बड़ा कारनामा किया।
देसाई ने अपने स्कूल सेंट जेवियर्स (लोयोला) के लिए शिवाय क्रिकेट ग्राउंड पर जेएल इंग्लिश स्कूल के खिलाफ मैराथन 498 रन ठोक डाले। देसाई ने 320 गेंदों का सामना किया। इस दौरान उन्होंने अपनी पारी में 7 छक्के और 86 चौके जड़े। देसाई की इस शानदार पारी की मदद से सेंट जेवियर्स ने जेएल इंग्लिश स्कूल पर पारी और 712 रनों की बड़ी जीत दर्ज की।
रिकॉर्ड बुक में दर्ज हुआ नाम
द्रोण देसाई इस पारी की बदौलत उन चुनिंदा क्रिकेटरों के क्लब में शामिल हो गए हैं जिनके नाम 450 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। यही नहीं, वह गुजरात में इंटर स्कूल क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। साथ ही वह भारत में अरमान जाफर के साथ संयुक्त रूप से 5वें सर्वोच्च स्कोरर बन गए हैं। देसाई से पहले केवल पांच बल्लेबाजों – मुंबई के प्रणव धनावड़े (नाबाद 1009), पृथ्वी शॉ (546), डॉ. हवेवाला (515), चमनलाल (नाबाद 506) और अरमान जाफर (498) ने एक पारी में 498 या उससे ज्यादा रन बनाने का कारनामा किया था।
2 रन से चूकने के बाद भी खुश
रिकॉर्ड पारी खेलने के बाद द्रोण देसाई ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि उन्हें नहीं पता था कि वह 500 के इतने करीब पहुंच गए हैं। कोई स्कोरबोर्ड नहीं था, और उनकी टीम ने भी उन्हें कुछ नहीं बताया। उन्होंने बताया कि वह अपना स्ट्रोक खेलने गए लेकिन आउट हो गए। हालांकि वह इतने रन बनाकर भी खुश हैं।
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