किस्मत ने मरी पलटी तो बन गए फिल्म निर्माता, 1998 में आई इस फिल्म ने बनाया था अनुराग को स्टार


Anurag Kashyap- India TV Hindi

Image Source : INSTAGRAM
अनुराग कश्यप की सिनेमा जर्नी

अनुराग कश्यप अपनी डार्क और जबरदस्त एक्शन फिल्मों के लिए जाने जाते हैं जो अक्सर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों को पेश करती है। 10 सितंबर, 1972 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जन्मे कश्यप ने अपनी फिल्मों की कहानियों, दमदार किरदारों और सामाजिक मुद्दों की बेबाक खोज के साथ हिंदी सिनेमा में अपनी एक जगह बनाई है। वह आज मशहूर फिल्म निर्माताओं में से एक हैं और उनकी फिल्मों ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिसमें सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी शामिल है। फिल्म निर्माता ने कुछ फिल्मों में अभिनय भी किया है और हाल ही में नवाजुद्दीन सिद्दीकी अभिनीत फिल्म ‘हड्डी’ में देखा गया था, जिसमें वह एक क्रूर, निर्दयी खलनायक की भूमिका में नजर आए थे।

वैज्ञानिक नहीं आज है मशहूर फिल्म निर्माता

अनुराग कश्यप आज 52 साल के हो गए हैं। अनुराग कश्यप ने अपने करियर के 26 साल में कई बेहतरीन फिल्में डायरेक्ट की हैं। महज 18 साल की उम्र में बतौर राइटर अपने करियर की शुरुआत करने वाले अनुराग कश्यप अब फिल्म निर्माता बन गए हैं, लेकिन उनका सपना था कि वह वैज्ञानिक बने और इसलिए उन्होंने दिल्ली के हंसराज कॉलेज में एडमिशन भी लिया। उनकी किस्मत ऐसे पलटी की उनकी एंट्री चकाचौंध से भरी इस दुनिया में हो गई।

अनुराग कश्यप इस फिल्म से बने स्टार

साल 1998 में रिलीज हुई फिल्म ‘सत्या’ से अनुराग को जबरदस्त नेम फेम मिला था। इस फिल्म की स्क्रिप्ट अनुराग कश्यप ने ही लिखी थी। इसके बाद अनुराग ने कई बेहतरीन फिल्में लिखी है। देखते-देखते अनुराग कश्यप राइटिंग के साथ डायरेक्शन भी करने लगे। अनुराग कश्यप ने अपनी फिल्म ‘पांच’ के जरिए बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया। हालांकि ये फिल्म कभी रिलीज नहीं हो पाई। इस फिल्म में केके मैनन नजर आने वाले थे। अनुराग के करियर में फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ मील का पत्थर साबित हुई। अनुराग कश्यप की हिट फिल्मों और सीरीज में ‘देव डी’, ‘गुलाल’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘बॉम्बे टॉकीज’, ‘अगली’, ‘रमन राघव 2.0’ और ‘मनमर्जिया’ हैं जो आज भी लोगों के बीच काफी पॉपुलर है।

Latest Bollywood News





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *