दलीप ट्रॉफी 2024 का 5 सितंबर से आगाज हो गया। पहले ही दिन कई स्टार खिलाड़ी फेल रहे। ऋषभ पंत लंबे समय बाद रेड बॉल क्रिकेट में वापसी कर रहे थे लेकिन वह भी फ्लॉप रहे। दिसंबर 2022 में रोड एक्सीडेंट में गंभीर रुप से घायल होने के बाद वापसी करते हुए पंत अपना पहला रेड बॉल क्रिकेट मैच खेलने उतरे लेकिन सिर्फ 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। पंत भले ही वापसी में फेल रहे लेकिन उनकी वजह से 19 साल का युवा बल्लेबाज दलीप ट्रॉफी के पहले मैच में पहले दिन अपनी बल्लेबाजी से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचने में कामयाब रहा। इस युवा बल्लेबाज ने दलीप ट्रॉफी में अपने पहले ही मैच में शानदार शतक जड़ने का कारनामा किया। ये बल्लेबाज कोई और नहीं बल्कि सरफराज खान के छोटे भाई मुशीर खान है जिसने इंडिया-बी के लिए खेलते हुए इंडिया-ए के खिलाफ शानदार शतक लगाया।
मुशीर ने दिखाया दम
ऋषभ पंत रेड बॉल क्रिकेट में वापसी में सिर्फ 10 गेंद तक ही क्रीज पर टिक सके लेकिन मुशीर खान ने मुश्किल पिच पर कमाली की सूझबूझ और संयम का परिचय देते हुए नाबाद शतक जड़ा। इस तरह भारत-ए के खिलाफ चार दिवसीय दलीप ट्रॉफी मैच के पहले दिन भारत-बी की टीम सात विकेट पर 202 रन का स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही। मुशीर का शतक ऐसे समय में आया जब बेंगलुरु के एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में पहले ही दिन खतरनाक विकेट देखने को मिला। एक छोर से इंडिया-बी के विकेट गिर रहे थे लेकिन मुशीर ने कुलदीप यादव जैसे खतरनाक गेंदबाज की गेंदों को संभलकर खेलते हुए अपना विकेट बचाए रखा और फिर सैकड़ा जड़ने का काम किया।
पंत की बड़ी सलाह मुशीर के आई काम
मुशीर की शतकीय पारी में ऋषभ पंत का भी बड़ा अहम योगदान रहा। पंत ने ही 19 साल के युवा बल्लेबाज को कुलदीप यादव से निपटने के खास टिप्स दिए थे जिसका खुलासा दिन का खेल खत्म होने के बाद खुद मुशीर ने किया। मुशीर ने दिन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वह रन के बारे में ज्यादा नहीं सोचे रहे थे और उनका ध्यान ज्यादा से ज्यादा गेंदें खेलने पर था। वह पूरे दिन बल्लेबाजी करना चाहता थे। उन्होंने बताया कि जब वह बल्लेबाजी करने आए तो गेंद स्विंग और कट कर रही थी। इसलिए, वह गेंद को जितना संभव हो सके अपने शरीर के करीब खेलने की कोशिश कर रहा थे और जोखिम भरे शॉट्स से बचने की कोशिश कर रहे थे। मुशीर ने कहा कि ऋषभ पंत के साथ बातचीत ने उन्हें कुलदीप के खिलाफ तैयारी करने में मदद की।
Inputs- PTI