फर्जी कॉल और मैसेज करने वालों की खैर नहीं, TRAI ने दिखाई सख्ती, ब्लॉक किए 2.75 लाख मोबाइल नंबर


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TRAI ने 2.75 लाख सिम किए ब्लॉक

TRAI ने फर्जी कॉल्स और मैसेज भेजने वालों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 2.75 लाख मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिए हैं। दूरसंचार नियामक पिछले कई महीनों से एक्सेस सर्विस प्रोवाइडर्स को टेलीमार्केटिंग वाले फर्जी कॉल्स और मैसेज के बारे में चेतावनी दे रहा था। ट्राई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 टेलीमार्केटिंग एक्सेस सर्विस प्रदाताओं को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया है। वहीं, दूरसंचार नियामक 1 अक्टूबर से नए नियम लागू करने वाला है, जिसमें बिना व्हाइटलिस्ट वाले टेलीमार्केटर यूजर्स को किसी भी तरह के URL और लिंक वाले मैसेज नहीं भेज सकेंगे। पहले इसकी डेडलाइन 31 अगस्त तक थी, जिसे बढ़ाकर 30 सितंबर 2024 तक कर दी गई है।

तेजी से बढ़ें फर्जी कॉल्स

ट्राई ने अपने स्टेटमेंट में बताया कि 2024 की पहली छमाही में स्पैम कॉल में काफी वृद्धि देखी गई है। इस साल जनवरी से लेकर जून के बीच बिना रजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स के खिलाफ 7.9 लाख से अधिक शिकायतें मिली थी। नियामक ने इसे गंभीरता से लेते हुए 13 अगस्त 2024 को सभी एक्सेस प्रदाताओं को कड़े निर्देश दिए। ट्राई ने एक्सेस प्रदाताओं को SIP, PRI या अन्य दूरसंचार संसाधनों का उपयोग करने वाले अपंजीकृत पब्लिशर्स या टेलीमार्केटर्स से प्रमोशनल वॉइस कॉल को तुरंत रोकने का आदेश दिया है।

TRAI ने दिखाई सख्ती

इन निर्देशों के परिणामस्वरूप, एक्सेस प्रोवाइडर्स ने टेलीमार्केटिंग चैनल के दुरुपयोग के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। स्पैमिंग के लिए दूरसंचार संसाधनों की 50 से अधिक संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट किया गया और 2.75 लाख से अधिक SIP, DID/मोबाइल नंबर/दूरसंचार संसाधनों को डिसकनेक्ट कर दिया गया।

जारी किया था निर्देश

TRAI ने इस महीने की शुरुआत में 8 अगस्त को टेलीकॉम ऑपरेटर्स, टेलीमार्केटर्स और अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ मीटिंग की थी, जिसमें मार्केटिंग वाले मैसेज और कॉल को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया था। TRAI ने अपने निर्देश में कहा था कि अगर कोई एंटिटी स्पैम कॉल करने के लिए अपनी एसआईपी/पीआरआई लाइनों का दुरुपयोग करती है, तो एंटिटी के सभी दूरसंचार संसाधनों को उसके दूरसंचार सेवा प्रदाता (टीएसपी) द्वारा काट दिया जाएगा और इकाई को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।

यह जानकारी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर (TSP) द्वारा अन्य सभी टीएसपी के साथ साझा की जाएगी, जो बदले में, उस इकाई को दिए गए सभी दूरसंचार संसाधनों को काट देंगे और उसे दो साल तक की अवधि के लिए ब्लैकलिस्ट कर देंगे। ब्लैकलिस्टिंग की अवधि के दौरान किसी भी टीएसपी द्वारा उसे कोई नया दूरसंचार संसाधन आवंटित नहीं किया जाएगा।

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