नई दिल्ली. चौदह साल बाद भगवान से मन्नतों के बाद पैदा हुआ इकलौती संतान रोहन जनवरी की उस रात से गायब थी. पुलिस को सुराग न मिला, मां का रो रोकर बुरा हाल था और पिता सन्नाटे में बस जीवनयापन कर रहे थे. फिर एक दिन मुंबई पुलिस को जंगल में सिर कटी और बुरी तरह सड़ चुका लाश मिली. अगले दिन पुलिस को सीसीटीवी में रोहन के साथ एक आदमी दिखा जिसका नाम था बिपुल शिकारी. वह बच्चे को टैक्सी में बैठाता हुआ दिखाई दे रहा था. पुलिसिया रिकॉर्ड में वह भगोड़ा दर्ज है और उसकी तलाश कब से की जा रही थी..
सनसनीखेज खुलासे में पुलिस को पता चला कि एक ट्रांसजेंडर के गिरोह के साथ मिलकर शिकारी ने रोहन (काल्पनिक नाम) का कथित तौर पर अपहरण किया और उसकी कथित तौर पर हत्या कर दी. टाइम्स ऑफ इंडिाय की इस रिपोर्ट के मुताबिक बिपुल शिकारी उम्रकैद की सजा पा चुका था और परोल पर था, लेकिन कभी वापस जेल नहीं लौटा था.
कोलकाता में किशोरी की हत्या कर उम्रकैद की सजा पाई…
अप्रैल 2012 में कोलकाता में दुर्गा चरण मित्रा स्ट्रीट पर एक किशोरी की हत्या कर दी गई थी. शिकारी हत्या से पहले उसे सोनागाछी ले गया था. पुलिस ने शिकारी को गिरफ्तार किया और मर्डर केस में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. कोविड महामारी के दौरान शिकारी और कई अन्य अपराधियों को पैरोल पर जेल से रिहा कर दिया गया था. नहीं लौटा तो 31 अगस्त 2022 को उसे अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया. इधर वह पश्चिम बंगाल छोड़कर मुंबई पहुंचा और छोटे-मोटे काम करने लगा. मगर जल्द ही फिर से अपराध की दुनिया में घुस गया.
कैसे पकड़ा गया रोहन का हत्या और भगोड़ा…
शिकारी ने दिल्ली जाते समय अपनी मां को कॉल करने के लिए एक बस पैसेंजर के फोन का इस्तेमाल किया. रोहन की हत्या के बाद शिकारी के लापता होने के बाद मुंबई पुलिस ने दिल्ली और अन्य राज्यों की पुलिस से संपर्क किया और तैयारी की. गुरुवार को दिल्ली के जीबी रोड पर एक टिप पर पुलिसकर्मियों ने एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति का पीछा किया और रेड-लाइट एरिया की संकरी गलियों में दबोच लिया. सूचना सही थी क्योंकि यह नाबालिग युवक युवती की हत्या करने वाला बिपुल शिकारी ही निकला.
FIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 10:36 IST