कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले के बाद देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए थे. महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने के साथ ही मेडिकल समुदाय से जुड़े लोगों के लिए सुरक्षा की मांग कर रहे डॉक्टरों ने 12 अगस्त से लेकर 22 अगस्त तक देशभर के अस्पतालों में हड़ताल रखी और 11वें दिन जाकर हड़ताल खत्म की. जिसके चलते हजारों की संख्या में इलाज के लिए अस्पतालों में आने वाले रोगियों को बिना ट्रीटमेंट के घरों को लौटना पड़ा था. यहां तक कि बहुत सारे ऐसे मरीज थे जो कई महीनों से अपॉइंटमेंट लेकर अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन हड़ताल के चलते इलाज नहीं ले सके.
ये भी पढ़ें
हालांकि हड़ताल के दौरान अस्पतालों में अपनी अपॉइंटमेंट या डेट्स खो चुके मरीजों को अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से लेकर सफदरजंग अस्पताल, आरएमएल अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों ने ऐसे मरीजों के लिए खास इंतजाम किया है.
एम्स दिल्ली ने मरीजों के लिए की ये व्यवस्था
एम्स की मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. निरुपम मदान ने बताया कि सीनियर और जूनियर रेजिडेंट की हड़ताल के दौरान भी एम्स में फैकल्टी और प्रोफेसर्स मरीजों को देख रहे थे. हालांकि मरीजों की संख्या ज्यादा होने के चलते बहुत सारे ऐसे भी मरीज थे जो इलाज नहीं ले पाए. ऐसे रोगियों को अब एम्स में प्राथमिकता दी जा रही है. जिन लोगों की हड़ताल के दौरान अपॉइंटमेंट या डेट्स निकल गई हैं, ऐसे मरीजों को एक हफ्ते के अंदर की डेट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है. वहीं वॉक इन मरीजों को पुराने ही तरीके से देखा जा रहा है.
डॉ. मदान ने बताया कि जहां तक ऑपरेशन और मरीजों के एडमिशन का सवाल है तो वह अलग-अलग विभागों में अलग-अलग तरीके से तय किए जा रहे हैं. विभागों के डॉक्टर्स मरीज की बीमारी की गंभीरता, मरीज अस्पताल में भर्ती है या बाहर है, बीमारों की संख्या, अन्य मरीजों की गंभीरता को ध्यान में रखकर फैसला ले रहे हैं. फिर भी जिन लोगों को इन 11 दिनों में परेशानी झेलनी पड़ी है, उनको प्राथमिकता दी जा रही है.
आरएमएल में ओपीडी, ओटी सब खुले
वहीं आरएमएल अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अजय शुक्ला ने बताया कि डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने के बाद 100 फीसदी रेजिडेंट डॉक्टर्स काम पर लौट चुके हैं. ओपीडी में जो भी मरीज आकर लौट गए थे, उन्हें अब इलाज मिल रहा है. इसके साथ ही जिनकी अपॉइंटमेंट निकल गई हैं, उन्हें जल्दी की तारीख दी जा रही है.
100 फीसदी डॉक्टर अस्पतालों में पहुंचे
एम्स आरडीए के महासचिव डॉ. सुवर्णकार दत्ता और सफदरजंग रेजिडेंट एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ. आयुष राज ने बताया कि हड़ताल खत्म होने के बाद अस्पतालों में आज 100 फीसदी रेजिडेंट डॉक्टर ड्यूटी पर पहुंच चुके हैं. हालांकि हड़ताल खत्म हो गई है लेकिन डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है. जब तक डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जाते, डॉक्टर अपना विरोध जताते रहें.
डॉ. दत्ता और राज ने बताया कि आज मरीजों की संख्या अस्पतालों में काफी है. सभी को इलाज मिल रहा है. कोई भी मरीज बिना इलाज के नहीं लौट रहा है.
ये भी पढ़ें
Tags: Aiims doctor, Doctors strike, Junior Doctors Strike, Safdarjung Hospital
FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 15:16 IST