Google पर भारत के बाद अब इस देश में भी एंटी ट्रस्ट नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा है। टेक कंपनी पर भारतीय एजेंसी CCI ने डिटेल इन्वेस्टिगेशन का निर्देश दिया है। कंपनी पर Winzo Games ने अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस का आरोप लगाया है। वहीं, कनाडा के एंटी ट्रस्ट वॉच डॉग ने गूगल पर एंटी-कम्पीटिटिव कंडक्ट इन ऑनलाइन एडवर्टाइजिंग का आरोप लगाया है। कनाडा की एजेंसी ने कम्पीटिशन ट्रिब्यूनल में टेक कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है।
एंटी-ट्रस्ट नियमों का उल्लंघन
कनाडा के कंपीटिशन ब्यूरो ने गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट पर मुकदमा दर्ज करते हुए अनफेयर बिजनेस का आरोप लगाया है। ट्रिब्यूनल से गूगल पर नियमों के उल्लंघन की वजह से भारी जुर्माने की सिफारिश की गई है। इस मामले में गूगल ने कहा कि यह आरोप गलत है क्योंकि इस ऐड में बायर्स और सेलर्स के पास कई च्वॉइस मौजूद हैं। हम अपना कोर्ट में इस पर अपना पक्ष रखेंगे।
गूगल के ग्लोबल एड्स के वाइस प्रेसिडेंट डैन टेलर ने कहा कि हमारी एडवर्टिजमेंट टेक्नोलॉजी टूल वेबसाइट और ऐप्स को अपना कॉन्टेंट फंड करने में मदद करता है। कनाडा के कम्पीटिशन ब्यूरो ने 2020 में की गई एक जांच को ओपन करते हुए कहा कि गूगल ने फेयर कम्पीटिशन के नियमों का उल्लंघन किया है। अपनी जांच में एजेंसी ने बताया कि वेब एडवर्टिजमेंट और एड-टेक सेक्टर में गूगल का बड़ा स्टैक है, जो उसके मार्केट पावर को मजबूत बनाता है।
CCI ने शुरू की जांच
Google पर पहले भी एंटी-ट्रस्ट नियमों के उल्लंघन के मुकदमे चल चुके हैं। भारत में गूगल के खिलाफ Winzo Games ने CCI में शिकायत दायर की है। गूगल पर प्ले स्टोर का गलत इस्तेमाल करते हुए अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस का आरोप लगा है। CCI ने प्राइमा फेसिया इविडेंस को देखते हुए टेक कंपनी के खिलाफ व्यापक जांच के निर्देश दे दिए हैं। कंपनी पर सेक्शन 4(2)(a)(i), 4(2)(b) और 4(2)(c) के उल्लंघन का आरोप है। Winzo गेम्स का कहना है कि गूगल अपने प्ले स्टोर पर ऐप को लिस्ट करने नहीं दे रहा है। साथ ही, वेबसाइट से ऐप डाउनलोड करने पर मेलवेयर की वॉर्निंग दे रहा है।
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