नई दिल्ली. बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसक घटनाओं को लेकर दिल्ली में मंडी हाउस से लेकर जंतर-मंतर तक नारी शक्ति मार्च निकाला गया. इस प्रदर्शन में भाजपा की निलंबित नेता नुपुर शर्मा भी शामिल थीं. फिलहाल इस दौरान उन्होंने कु़छ नहीं बोला है. विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस की महिला कार्यकर्ताओं ने नारी शक्ति के नाम से ये मार्च निकाला. नारी शक्ति मार्च के बाद ये महिलाएं जंतर- मंतर पर इकट्ठा हुईं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद बांसुरी स्वराज और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) की कुलपति शांतिश्री डी पंडित ने भी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित अत्याचार के विरोध में आज दिल्ली में निकाली गई रैली में हिस्सा लिया.
सैकड़ों महिलाओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े नारी शक्ति फोरम द्वारा आयोजित इस रैली में हिस्सा लिया. मंडी हाउस से शुरू हुई यह रैली जंतर-मंतर पर समाप्त होनी है. धार्मिक झंडे और तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा बंद होनी चाहिए. कुछ प्रदर्शनकारियों ने हाथों में काली पट्टी बांध रखी थी तो कुछ ने ऐसी ही काली पट्टियों से अपना मुंह ढक रखा था.
बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद हिंदू समुदाय के सदस्यों के खिलाफ हिंसा बढ़ी है. हसीना नौकरियों में विवादित आरक्षण व्यवस्था को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ हुए व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर पांच अगस्त को भारत आ गई थीं. ‘बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस’ नामक एक गैर-राजनीतिक हिन्दू संगठन ने दावा किया है कि पांच अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद से 48 जिलों में 278 स्थानों पर अल्पसंख्यक समुदाय को हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है. संगठन ने इसे ‘हिंदू धर्म पर हमला’ करार दिया है.
FIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 14:43 IST