एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (AMMA) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद, अभिनेता मोहनलाल ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ यौन शोषण के आरोपों को लेकर हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर पहली बार बात की है। उन्होंने कहा है कि वह मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में किसी भी पावर ग्रुप का हिस्सा नहीं हैं और वो ऐसे किसी ग्रुप के बारे में भी नहीं जानते हैं। उन्होंने कहा कि मलयालम सिनेमा एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री है जहां हजारों लोग काम करते हैं। हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद मोहनलाल ने 27 अगस्त को AMMA के प्रेसिडेंट पद से इस्तीफा दे दिया था।
हेमा समिति रिपोर्ट पर पहली बार बोले मोहनलाल
सुपरस्टार मोहनलाल ने आगे कहा कि हेमा समिति की रिपोर्ट जारी होने के बाद मैंने AMMA के प्रेसिडेंट पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं ये यह पहली बार है कि जब एएमएमए के पूर्व अध्यक्ष मोहनलाल रिपोर्ट जारी होने के बाद मीडिया के सामने आए। अभिनेता ने एसोसिएशन के कुछ सदस्यों के खिलाफ लगे यौन दुराचार और हमले के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा, ‘अगर गलत काम करने वालों के खिलाफ सबूत हैं तो उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा,’मैं मलयालम सिनेमा में किसी शक्तिशाली समूह का हिस्सा नहीं हूं और हेमा समिति की रिपोर्ट जारी करना सरकार का सबसे अच्छा निर्णय था।’
मोहनलाल ने सरकार की तारीफ
एक कार्यक्रम में, मोहनलाल ने यह भी बताया है कि वह काफी समय से अपने परिवार के साथ व्यस्त थे क्योंकि उनकी पत्नी की सर्जरी चल रही थी, जिसके कारण वह इस मुद्दे पर कोई बात नहीं कर पाए थे। उन्होंने आगे ये भी कहा, ‘सरकार ने सही निर्णय लिया है, लेकिन पूरी मलयालम सिनेमा इंडस्ट्री हेमा समिति की रिपोर्ट के लिए जवाबदेह है। हम देख रहे हैं कि सारे सवाल सिर्फ AMMA से पूछे जा रहे हैं। AMMA सभी सवालों का जवाब नहीं दे सकता है। ये सवाल सभी से पूछे जाने चाहिए। प्लीज एसोसिएशन पर गैरजरूरी आरोप न लगाएं।’
(इनपुट – पीटीआई)