साइज से फर्क नहीं पड़ता.. टाइफून और राफेल के सामने तेजस ने लगाई शेर जैसी दहाड़


चेन्नई. सुलुर एयर बेस जो कि स्वदेशी फाइटर एयरक्राफ़्ट तेजस का होम बेस है. उस बेस में वो विदेशी ताकतवर एयरक्राफ़्ट के सामने किसी शेर-सा दहाड़ रहा था और पूरे आसमान में उसकी गूंज सुनाई दे रही थी. मौक़ा था तरंग शक्ति 2024 मल्टी नेशनल एयर एक्सरसाइज़ का, जो की भारतीय वायुसेना की तरफ़ से आयोजित किया था. जैसे ही तेजस ने उड़ान भरनी शुरू की मानों सबकी सांसें थम गईं, जिस तरह की ड्रिल तमिलनाडु के सुलूर के आसमान में दिखाई दी, वो सभी के लिए हैरान करने वाली थी. अपने होम बेस पर तेजस के पायलटों ने जिस तरह से अपनी ट्रेनिंग को दिखाया वो क़ाबिले तारीफ़ थी.

2220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार में उड़ने वाला तेजस जब 37 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार में उड़ कर दिखा रहा था तो सब हैरान थे. भारतीय वायुसेना अपनी ताक़त में तो स्वदेशी हथियारों के ज़रिए इज़ाफ़ा करने में लगा है. साथ ही अन्य ताक़तवर देशों के वायुसेना को भी अपनी स्वदेशी ताक़त से रूबरू करा रहे हैं. उसी कड़ी में भारतीय वायुसेना की तरफ़ से आयोजित किए गए पहले सबसे बड़े मल्टी नेशनल वायुसैन्य अभ्यास में दुनिया के 51 देशों को न्योता दिया गया.

तरंग शक्ति 2024 को दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है, जिसका पहला चरण सुलूर में मंगलवार को ख़त्म हो गया. इस चरण में भारत समेत कुल 5 देश शामिल रहे, जिसमें फ्रांस का रफाल और जर्मनी, स्पेन, यूके टाईफून फाइटर के साथ शामिल हुए. वहीं, भारतीय वायुसेना के सभी प्लेटफ़ॉर्म रफाल, सुखोई, मिराज, जैगुआर, तेजस, मिग 29, प्रचंड से लैस थे, लेकिन जो सबकी नज़रों में रहा वो है तेजस. खास बात तो ये रही जर्मनी, स्पेन, यूके और फ़्रांस के वायुसेना प्रमुख भी इस अभ्यास में शिरकत कहने आए थे.

ये पहला मौक़ा है जब जर्मनी ने भारत के साथ कोई वायुसैन्य अभ्यास किया. फ्रांस और जर्मनी के वायुसेना प्रमुख ने तो तेजस में उड़ान भी भरी. सभी ने तेजस की क़ाबलियत पर अपनी अच्छी राय दी. चूंकि पहले चरण के इस अभ्यास में दुनिया के ताकतवर मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ़्ट यूरोफाइटर टाफून और रफाल भी शामिल रहे जो कि तेजस से आकार में भी बड़े हैं. कॉन्फ़्रेंस में वायुसेना प्रमुख ने एक सवाल के जवाब में कहा कि तेजस ने अपनी कैपेबिलिटी को साबित किया और दिखाया Size doesn’t matter.

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ़ मार्शल वी आर चौधरी ने कहा की तेजस की परफॉर्मेंस पर गर्व है और मुझे उम्मीद है कि हमारे काउंटर पार्ट्स (जर्मनी, स्पेन और फ्रांस के एयरफोर्स चीफ) भी तेजस की परफॉर्मेंस के बारे में ऐसा ही सोचते हैं और 1 या 2 एयरक्राफ्ट अपने साथ ले जाना चाहते हों… तेजस ने अपने फ्लाइंग डिस्प्ले से साबित कर दिया कि आखिर तेजस इस सेग्मेंट में सबसे बेहतर क्यों है… बहरहाल अभी तेजस का सामना यूरोफाइटर टाइफ़ून और रफाल से था, लेकिन अगले चरण में ये अमेरिकी F-16 और F-18 के साथ दो-दो हाथ करेगा.

Tags: Indian air force, Rafale aircraft



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