अलवर. अलवर जिले के सरिस्का बाघ अभयारण्य के जंगल से निकले एक टाइगर ने आज चार युवकों पर जानलेवा हमला कर दिया. टाइगर के हमले की यह घटना अलसुबह करीब 5 बजे हुई. उसके बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई. टाइगर ने पहले एक युवक पर हमला किया. लेकिन हमले के दौरान एक बाइक की रोशनी पड़ते ही वह भाग गया. इससे युवक की जान बच गई. लेकिन उसके बाद टाइगर ने तीन और लोगों पर हमला कर दिया. टाइगर की दहशत के चलते दरबारपुर, अहीर बघोला और बासनी गांव के लोग जंगल में जाने से डरने लगे हैं. टाइगर की दहशत के कारण दरबारपुर के स्कूल में छुट्टी कर दी गई है.
जानकारी के अनुसार सरिस्का बाघ अभयारण्य का एक टाइगर आज वहां से निकलकर अलवर से सटे खैरथल जिले के मुंडावर क्षेत्र के दरबारपुर गांव में पहुंच गया था. वहां उसने चार युवकों पर हमला कर हड़कंप मचा दिया. इस टाइगर ने 7 महीने पहले कोटकासिम इलाके में एक किसान पर हमला कर दिया था. वहीं वह दो वनकर्मियों पर भी हमला कर चुका है.
टाइगर ने पहला हमला सुबह पांच बजे किया
बासनी गांव का रहने वाला विकास कुमार आज सुबह करीब 5 बजे ट्रेन से आया था. उसका भाई उसे लेने आने में लेट हो गया. इस पर वह पैदल चलने लगा. उसी दौरान बघोला गांव के रोड पर अचानक टाइगर ने उस पर हमला कर दिया. लेकिन उसी दौरान सामने से आ रहे भाई की बाइक की लाइट देखकर टाइगर भाग गया. टाइगर के हमले से विकास के हाथ पर घाव हो गया.
बाद में तीन और लोगों पर किया हमला
विकास पर हमले के बाद टाइगर बासनी के पास के गांव दरबारपुर गांव की तरफ चला गया. टाइगर ने वहां करीब 11 बजे सतीश (45) बीनू (30) और महेंद्र (33) पर भी हमला कर दिया. इनमें सतीश बुरी तरह से जख्मी हो गया. छाती और हाथ के नीचे घाव हो गए. महेंद्र कुमार के भी सीने पर घाव है. बीनू के हाथ के नीचे घाव है. तीनों को मुंडावर से अलवर रेफर किया गया है.
बच्चों को गाड़ी में घर भेजा है
दरबारपुर गांव के सरपंच वीर सिंह ने ग्रामीणों के लिए एक अपील जारी की है. उसमें लोगों को रात के समय खेतों में नही जाने और बाइक पर अकेले नही जाने की बात की अपील की है. सरपंच ने बताया की टाइगर के कारण गांव के लोग डरे हुए हैं. सरकारी स्कूल की छुट्टी कर दी गई है. बच्चों को गाड़ी में घर भेजा है. कपास के खेतों में टाइगर दिखा है. ग्रामीणों को खेतों से दूर किया गया है.
7 महीने पहले भी ये टाइगर जंगल से निकलकर रेवाड़ी तक चला गया था
गौरतलब है कि 7 महीने पहले भी ये टाइगर जंगल से निकलकर रेवाड़ी तक चला गया था. उस समय हरियाणा बॉर्डर के आस-पास गांव में वनकर्मियों पर हमला कर दिया था. उसमें एक वनकर्मी को टाइगर ने दबोच लिया था लेकिन वह बच गया था. वहीं फॉरेस्टर बेहोश हो गया था. उससे पहले कोटकासिम के पास एक किसान पर हमला किया था. उसके बाद टाइगर वापस जंगल से खेतों में पहुंच गया है.
टाइगर को वनकर्मियों की टीम तलाशने में लगी है
सात माह पूर्व खेत में सरसों व गेहूं की खेती खड़ी थी तब टाइगर बाहर निकला था. अब कपास, बाजरे और ज्वार की खेती खड़ी है. इस कारण टाइगर निकल गया. अब बाजरे के खेतों में टाइगर को वनकर्मियों की टीम तलाशने में लगी है. सरिस्का के डीएफओ राजेंद्र हुड्डा ने बताया कि टाइगर एक बार फिर उसी रास्ते से मुंडावर पहुंचा है जहां पहले वह रेवाड़ी तक गया था. टाइगर की ट्रैकिंग के लिए टीम में लगाई गई है. जल्द ही टाइगर को वापस लाने के लिए अतिरिक्त स्टाफ भेजा जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 15:57 IST