70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा शुक्रवार को कर दी गई है। इस साल मनोज बाजपेयी की फिल्म ‘गुलमोहर’ को बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिला। इतना ही नहीं इस फिल्म को स्पेशल मेंशन भी मिला। ‘गुलमोहर’ के अलावा मलयालम फिल्म ‘कधीकन’, ‘पोन्नियिन सेलवन पार्ट-1’ और संजय सलिल चौधरी को भी स्पेशल मेंशन मिला। ऋषभ शेट्टी ने अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘कांतारा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता। इससे पहले ममूटी और ऋषभ शेट्टी का नाम सर्वश्रेष्ठ अभिनेता श्रेणी में था। यश-स्टारर ‘केजीएफ: चैप्टर 2’ सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म है।
क्यों दिया जाता है राष्ट्रीय पुरस्कार
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं, जिनकी घोषणा देश भर में सर्वश्रेष्ठ फिल्म निर्माण प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए प्रतिवर्ष की जाती है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फिल्म समारोह निदेशालय के अनुसार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का उद्देश्य ‘सौंदर्य और तकनीकी उत्कृष्टता और सामाजिक प्रासंगिकता वाली फिल्मों के निर्माण को प्रोत्साहित करना है।’ पहली बार 1954 में दिए गए इन पुरस्कारों को राज्य पुरस्कार के रूप में जाना जाता था। उन वर्षों में, विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं की केवल सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को ही मान्यता दी जाती थी और उन्हें पुरस्कृत किया जाता था। फिल्मों में काम करने वाले अभिनेताओं और तकनीशियनों को पुरस्कार पहली बार 1967 में दिए गए थे। नरगिस रात और दिन में अपने अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जीतने वाली पहली अभिनेत्री थीं। उत्तम कुमार ने उसी वर्ष एंटनी फ़िरिंगी और चिड़ियाखाना के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता।