महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए हलचल तेज हो गई है. बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी के साथ ही महाविकास अघाड़ी भी तैयारियों में जुटे हैं. मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. इसी बीच जब उद्धव ठाकरे से पूछा गया कि क्या वे फिर से सीएम बनना चाहेंगे? तो उन्होंने जो जवाब दिया, उससे कांग्रेस-एनसीपी की टेंशन बढ़ सकती है. उधर, अजित पवार ने भी पासा फेंक दिया है. शिंदे-फडणवीस के सामने ही अजित दादा ने अपनी दावेदारी पेश कर दी.
महाराष्ट्र में इसी साल चुनाव होने हैं. उद्धव ठाकरे की शिवसेना, शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. सीटों के बंटवारे पर बात हो रही है. गुणागणित लगाया जा रहा है. लेकिन जीतने के बाद सीएम कौन होगा, इस पर अभी कोई बात नहीं कर रहा. उधर, सीटों पर चर्चा के लिए उद्धव ठाकरे इन दिनों दिल्ली में हैं. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ इंडिया अलायंस के कई नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता बदलाव चाहती है. राहुल गांधी ने कहा कि एमवीए एकजुटता के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगा और जीतेगा. सूत्रों के मुताबिक, महा विकास आघाडी (एमवीए) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को अगले महीने तक अंतिम रूप देगा और उम्मीदवारों के चयन का आधार पिछला चुनावी प्रदर्शन नहीं, बल्कि जीत की संभावना होगी।
सीएम बनने पर उद्धव का जवाब
जब उद्धव ठाकरे से पूछा गया कि क्या फिर से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे. इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा, अगर मेरे सहयोगी दलों को लगता है कि मैंने अच्छा काम किया है, तो उनसे पूछें कि क्या वे मुझे सीएम के रूप में देखना चाहते हैं. आखिर में फैसला तो लोग ही करेंगे. ठाकरे ने कहा, मैंने मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा था, न ही मैं बनना चाहता था. लेकिन मैं जिम्मेदारी से भागने वालों में से भी नहीं हूं. मैंने जिम्मेदारी ली और अपनी क्षमता के अनुसार बेहतर काम करने की कोशिश की.
अजित पवार ने आखिर क्या कहा?
उधर, एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार ने खुलेआम सीएम बनने की इच्छा जाहिर की है. प्रोफेसर डॉ. प्रदीप धवल की पुस्तक ‘योद्धा कर्मयोगी एकनाथ संभाजी शिंदे’ के विमोचन के मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने अपने दिल की बात रखी. अजित दादा ने कहा, इस ऐतिहासिक शहर ठाणे में बहुत कुछ हुआ है. एकनाथराव शिंदे ने एक सामान्य नागरिक से मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया. देवेंद्र फडणवीस का कार्यकाल 99 में शुरू हुआ. एकनाथ शिंदे का करियर 2004 से शुरू हुआ. मैं वहीं का वहीं रह गया हूं.’ मैंने देवेंद्र फडणवीस से कहा कि अगर उन्होंने मुझसे कहा होता कि मुख्यमंत्री बनना है, शिंदे की जगह मैं पूरी की पूरी पार्टी लेकर आ जाता. खैर अब समय बीत चुका है. अजित पवार के इस बयान को उनकी सीएम पद पर दावेदारी के रूप में देखा जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 23:43 IST