महंगाई का ‘डबल डोज’, मोबाइल रिचार्ज के बाद अब TV देखना भी होगा महंगा?


Cable TV Tariff GST Hike- India TV Hindi

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Cable TV Tariff GST Hike

मोबाइल रिचार्ज महंगा होने के बाद अब TV देखने वालों पर महंगाई का बोझ पड़ने वाला है। सरकार ने केबल टीवी ऑपरेटर टैरिफ और जीएसटी बढ़ाने का ऐलान किया है। मोबाइल रिचार्ज महंगा होने के बाद निजी टेलीकॉम ऑपरेटर्स Airtel, Jio और Vi के यूजर्स नाराज हो गए थे। लाखों यूजर्स ने सरकारी टेलीकॉम ऑपरेटर BSNL में अपना नंबर पोर्ट करा लिया था। अब घरों में टीवी देखने वालों को ज्यादा खर्च करना होगा।

18% GST का ऐलान

सरकार ने केबल टीवी पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाए जाने का ऐलान किया है। इस ऐलान के बाद तामिलनाडु समेत देश के कई हिस्सों में विरोध शुरू हो गया है। वहीं, केन्द्र सरकार ने चैनल टैरिफ को भी बढ़ाने की घोषणा की है। केबल टीवी ऑपरेटर्स की मांग है कि GST को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया जाए। दूरसंचार नियामक (TRAI) ने केबल टीवी चैनल के टैरिफ में इजाफा कर दिया है। खास तौर पर चेन्नई के केबल ऑपरेटर्स इसका विरध कर रहे हैं।

ग्राहकों पर महंगाई का बोध

सरकार द्वारा GST बढ़ाए जाने का सीधा असर देश के करोड़ों ग्राहकों पर पड़ने वाला है। जीएसटी बढ़ाए जाने से ग्राहकों को एक महीने के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा खर्च करना होगा। उदाहरण के तौर पर अगर आपके केबल टीवी का मंथली बिल फिलहाल 500 रुपये है तो आपको अब 590 रुपये देने होंगे। मोबाइल रिचार्ज की तरह ही केबल टीवी के मंथली रिचार्ज या बिल के लिए यूजर्स को अब जेब ढ़ीली करनी होगी।

इस समय देश में लाखों केबल टीवी देखने वाले यूजर्स हैं। जीएसटी बढ़ाने की घोषणा के बाद से चेन्नई के कई केबल टीवी ऑपरेटर्स ने विरोध करना शुरू कर दिया है। टीवी देखने के लिए केबल या फिर डायरेक्ट-टू-होम (DTH) सेट-अप बॉक्स की जरूरत होती है। केबल ऑपरेटर्स से मंथली प्लान लेना होता है, जिसमें पेड और फ्री चैनल्स शामिल होते हैं। वहीं, DTH के लिए ग्राहकों को हर महीने रिचार्ज पेड चैनल के लिए रिचार्ज करना होता है। जीएसटी बढ़ाए जाने पर ग्राहकों को अब मंथली बिल में ज्यादा खर्च करना होगा।

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