मलयालम फिल्म निर्माता एम. मोहन का 76 वर्ष की आयु में कोच्चि में निधन हो गया। वह एक निजी अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों का इलाज करा रहे थे। दिग्गज फिल्म निर्माता की मौत की खबर सुन एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री उनके निधन पर शोक मना रहा है। 76 साल के मोहन पिछले कुछ समय से उम्र से संबंधित बीमार से जूझ रहे थे। उन्हें मई में ब्रेन हेमरेज हुआ था। वहीं एम. मोहन के निधन की खबर सुनने के बाद उनके फैंस और दोस्त सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
मशहूर फिल्ममेकर मोहन का निधन
जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट के विवादों में आने के बाद हो रहे बवाल के बीच फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज डायरेक्टर एम. मोहन की मौत से सभी को जबरदस्त झटका लगा है। मंगलवार, 27 अगस्त को कोच्चि में लंबी बीमारी के कारण दिग्गज फिल्म निर्माता एम. मोहन का 76 की उम्र में निधन हो गया। वह कोच्चि में उम्र से संबंधित कुछ बीमारियों का इलाज करवा रहे थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी अनुपमा और दो बेटे उपेंद्र मोहन और पुरंदर मोहन हैं।
फिल्म निर्माता मोहन की इस वजह से हुई मौत
फिल्म निर्माता एम. मोहन के आकस्मिक निधन से फिल्म इंडस्ट्री में एक खालीपन आ गया है, लेकिन उनके उल्लेखनीय काम हमेशा याद रहेंगे। एम. मोहन का बुधवार को उनके होमटाउन एर्नाकुलम में अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि मलयालम के दिग्गज फिल्म निर्माता एम. मोहन की उम्र संबंधित बीमारी के कारण मौत हो गई। निर्देशक ने अपना करियर 1970 के दशक के अंत में शुरू किया था और 2005 में अपनी आखिरी फिल्म की थी।
मलयालम फिल्म निर्माता मोहन की हिट फिल्में
फिल्म निर्माता एम. मोहन की बेहतरीन फिल्मों में से कुछ ‘इदावेला’, ‘विदा परयुम मुनपे’, ‘अलोलम’, ‘तीर्थम’, ‘मुखम’, ‘अंगने ओरु अवधिकलाथु’, ‘पक्षे’ और ‘मंगलम नेरुन्नु’ शामिल हैं। जो लोग नहीं जानते, एम. मोहन की पत्नी भी एक मशहूर कुचिपुड़ी डांसर हैं और मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में बतौर अभिनेत्री काम कर चुकी हैं। एम. मोहन ने 1978 में ‘वडका वीडू’ के साथ अपने निर्देशन की शुरुआत की थी। निर्देशन के अलावा, मोहन ने पांच फिल्में लिखी, जिनमें ‘एंजीन ओरु अवधिकलाथु’, ‘मुखम’, ‘श्रुति’, ‘अलोलम’ और ‘विदा परायुम मुनपे’ शामिल हैं।