बाड़मेर. राजस्थान में हो रही भारी बारिश के कारण रेगिस्तानी इलाके में नदियां बहने लगी है. यह देखकर यहां के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है. पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके की मरू गंगा कही जाने वाली ‘लूणी नदी’ में पानी की आवक शुरू हो चुकी है. इसके चलते बालोतरा और बाड़मेर जिले के लोगों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है. पश्चिमी राजस्थान की इकलौती नदी लूणी में लगातार दूसरे साल पानी आया है.
राजस्थान का पश्चिमी इलाका कम बारिश एवं सूखे के लिए जाना जाता है. यहां कई-कई किलोमीटर की दूरी तक पानी नसीब नहीं होता है. लेकिन पिछले साल समुद्र में उठे साइक्लोन बीपरजॉय के चलते हुई भारी बारिश के कारण लूणी नदी में उफान आया था. इस बार मानसून की अच्छी बारिश के बाद लूणी नदी में पानी आया है. यह देखकर लोग बेहद खुश है.
लोग लूणी नदी के पानी को देखने आ रहे हैं
ऐसे में आसपास के इलाकों से लोग लूणी नदी के पानी को देखने आ रहे हैं. वहीं बड़ी संख्या में किसान जगह-जगह लूणी नदी का ढोल नगाड़ों के साथ नाचते और झूमते हुए स्वागत कर रहे हैं. लूणी नदी पश्चिम इलाके की लाइफ लाइन मानी जाती है. इस नदी के आने के बाद आसपास के किसानों के कृषि कुओं के अंदर पानी रिचार्ज हो जाता है. वह अगले चार-पांच साल तक कम नहीं होता. इसके चलते किसानों के चेहरों पर खुशी साफ देखी जा सकती है.
कई गांव से संपर्क भी टूट चुका है
लूणी नदी अजमेर, पाली, जोधपुर, बालोतरा और सांचौर से गुजरात होते हुए बाद में अरब सागर में मिलती है. लूणी नदी में पानी की आवक के साथ ही कई गांव से संपर्क भी टूट चुका है. जिला प्रशासन ने आमजन से पानी के बहाव क्षेत्र से दूर रहने के साथ एहतियात बरतने की अपील जारी की है. लेकिन लूणी नदी में पानी की जोरदार आवक देखकर वहां भीड़ खींची चली आ रही है. वे बस नाच गा रहे हैं और लूणी नदी में हिलोरे मारते पानी को देखकर मुस्कुरा रहे हैं.
FIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 16:37 IST