बिना मेहनत के बंपर मुनाफा! 16 कंपनियां दे रहीं पैसा बनाने का मौका


हाइलाइट्स

16 कंपनियों ने 23 जुलाई के बाद से शेयर बायबैक का ऐलान किया है. 1 अक्‍टूबर से शेयर बायबैक पर इनकम टैक्‍स के नियम बदल जाएंगे. अभी कंपनियों को 20 फीसदी की दर से टैक्‍स चुकाना पड़ता है.

नई दिल्‍ली. शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए अच्‍छी खबर है. अगर आपके पास इन 16 कंपनियों के स्‍टॉक हैं तो बिना किसी मेहनत के बंपर मुनाफा कमाने का मौका मिल रहा है. इन कंपनियों ने अपने निवेशकों को बाजार कीमत से ज्‍यादा मूल्‍य पर शेयर बेचने का ऑफर दिया है. इस ऑफर में अपने शेयर बेचने वालों को न सिर्फ मुनाफा होगा, बल्कि उनका टैक्‍स भी बचेगा. अगर अभी चूक गए तो नए नियम के तहत आपको इस तरह के मुनाफे पर मोटा टैक्‍स भी चुकाना पड़ेगा. आपको याद दिला दें कि सरकार ने बजट 2023 में ही इस तरह के मुनाफे पर टैक्‍स में बड़ा बदलाव कर दिया था.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं शेयर बायबैक की. इस साल 23 जुलाई को बजट पेश होने के बाद से अब तक 16 कंपनियों ने शेयर बायबैक का ऑफर दिया है. कंपनियों ने अचानक बड़ी संख्‍या में बायबैक का फैसला इसलिए लिया है, क्‍योंकि 1 अक्‍टूबर से बायबैक पर टैक्‍स के नियम बदलने वाले हैं. कंपनियों का मानना है कि अक्‍टूबर से लोग टैक्‍स के डर से बायबैक के तहत शेयर बेचना पसंद नहीं करेंगे.

ये भी पढ़ें – हिंडनबर्ग हिला नहीं सका अडाणी के शेयर, 20-30% की गिरावट चाहने वालों के टूटे सपने, मिली ऐसी ‘संजीवनी’

4,301 करोड़ के बायबैक
बायबैक करने वाली 16 में से 14 कंपनियों ने अपना अमाउंट भी बता दिया है कि कितने पैसों के शेयर वापस खरीदेंगी. 14 कंपनिपयों ने कुल 4,301 करोड़ रुपये का ऐलान किया है. इसमें सबसे ज्‍यादा इंडस टॉवर ने 2,640 करोड़ का ऐलान किया है. इसके बाद एआईए इंजीनियरिंग ने 500 करोड़ तो वेल्‍सपन लिविंग ने 278 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक का ऑफर दिया है. अन्‍य कंपनियों में टीटीके प्रेस्‍टीज, सियरा सैनिटरीवेयर और नवनीत एजुकेशन हैं, जिन्‍होंने 7 करोड़ से लेकर 200 करोड़ तक के शेयर बायबैक की बात कही है.

क्‍या है टैक्‍स में बदलाव
सरकार ने बजट 2024 में कहा था कि 1 अक्‍टूबर, 2024 से शेयर बायबैक से हुए मुनाफे पर निवेशकों को अपने टैक्‍स स्‍लैब के हिसाब से आयकर चुकाना पड़ेगा. फिलहाल यह टैक्‍स कंपनियों को चुकाना होता है, जो 20 फीसदी फिक्‍स्‍ड दर से लगता है, जबकि निवेशकों को अपने स्‍लैब के हिसाब से टैक्‍स भरना पड़ेगा. हालांकि, निवेशक को अगर घाटा होता है तो वह कैपिटल गेन लॉस के तहत अगले 8 साल तक उसकी भरपाई कर सकता है.

कंपनियां क्‍यों करती हैं बायबैक
निवेशकों से अपने शेयर को वापस खरीदने का मकसद एक तरह से उन्‍हें मुनाफा दिलाना ही होता है, क्‍योंकि बायबैक में कंपनियां अपने स्‍टॉक को उस समय बाजार में उनकी कीमत से ज्‍यादा प्रीमियम पर खरीदती हैं. बीते 5 साल में कंपनियों ने करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये के शेयर बायबैक किए हैं. इसमें साल 2023 में सबसे ज्‍यादा 48,452 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक किए गए हैं.

Tags: Business news, Share market, Stock market



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *