बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार का तख्तापलट होने के बाद हिंदू समेत अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बड़े स्तर पर हिंसा जारी है। आपको बता दें कि शेख हसीना कुछ दिनों पहले ही पीएम पद से इस्तीफा देकर भारत आ गई थीं। अल्पसंख्यकों के खिलाफ बांग्लादेश में हिंसा पर लगातार आवाजें उठ रही हैं। इस बीच अब बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने बड़ा कदम उठाया है। मुहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका के प्रसिद्ध ढाकेश्वरी देवी मंदिर का दौरा किया है।
हिंदुओं के लिए अहम है ढाकेश्वरी मंदिर
ढाकेश्वरी मंदिर को बांग्लादेश का सबसे प्रमुख और बड़ा हिंदू मंदिर माना जाता है। ढाकेश्वरी मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था और इसे सेन वंश के राजा बलाल सेन ने बनवाया था। मंदिर का नाम “ढाकेश्वरी” का मतलब है “ढाका की देवी”, जो दर्शाता है कि यह मंदिर ढाका शहर की संरक्षक देवी को समर्पित है। ढाकेश्वरी मंदिर का बांग्लादेश की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर में विशेष स्थान है।
ढाकेश्वरी देवी मंदिर में मुहम्मद यूनुस।
अल्पसंख्यक नेताओं के साथ करेंगे बैठक
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस मंगलवार को ढाका में देश के अल्पसंख्यक समुदायों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के 5 अगस्त को इस्तीफे के बाद से देश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलों और बर्बरता की घटनाओं की पृष्ठभूमि में यह बैठक होने जा रही है।
पीएम मोदी ने भी उठाया था हिंदुओं की सुरक्षा का मुद्दा
पीएम मोदी ने बांग्लादेश के मुहम्मद यूनुस को बधाई दी थी। इसके साथ ही पीएम ने कहा था कि हम बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामान्य स्थिति में शीघ्र वापसी की उम्मीद करते हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए हमारे दोनों लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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