नई दिल्ली/श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में चुनावों की तारीख़ों का ऐलान हो चुका है. लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत चुनावी सरगर्मी तेज है. यह सब आतंकियों के पनाहगाह पाकिस्तान के गले नहीं उतर रहा. ऐसे में आदत से मजबूर पाकिस्तान गड़बड़ी फैलाने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ेगा. PoK के आतंकी शिविरों पर दो बार स्ट्राइक किया जा चुका है, ऐसे में पाकिस्तान को अच्छी तरह से पता है कि यदि आतंकी हमले किए गए तो फिर से सर्जिकल स्ट्राइक के लिए तैयार रहना होगा. सर्जिकल स्ट्राइक के डर से दुबला होता पाकिस्तान अपनी सेना को स्पेशल ट्रेनिंग दे रहा है.
क्रॉस बॉर्डर रेड या सर्जिकल स्ट्राइक के डर से पाकिस्तानी आर्मी अपने सैनिकों को ख़ास तौर पर ट्रेनिंग दे रही है. पाकिस्तानी सेना QRT (क्विक रिस्पांस टीम) का अभ्यास यानी अगर कोई अटैक होता है तो कैसे जल्द से जल्द उसे काउंटर करने के लिए खुद को कैसे तैयार किया जाए. ट्रेनिंग सेशन वहीं कराया गया, जहां पाकिसतान के आतंक की फ़ैक्ट्री यानी आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर हैं. इंडियर एयरफोर्स ने PoK के इसी क्षेत्र में स्थित बालाकोट में एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक़, इस ट्रेनिंग में पीओके ख़ास तौर पर LOC के पास तैनात जितने भी सेना और सुरक्षाबलों की टुकड़ियां तैनात हैं, उन्हें शामिल किया गया. यह अभ्यास 1 जुलाई से 20 जुलाई तक मुज़फ़्फ़राबाद के अदब याज़िद में चला.
पाकिस्तानी सेना के SSG कमांडो ने किया लीड
PoK में स्थित आतंकी शिविर में पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) के कमांडो ने ट्रेनिंग दिया था. सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर मुजफ्फराबाद (जहां पाकिस्तान के आंतिकी ट्रेनिंग कैंप हैं) वहां इस तरह के अभ्यास को अंजाम क्यों दिया गया? जानकार मानते हैं कि पाकिस्तान को एक बार फिर से आतंकी शिविरों पर इंडियन सर्जिकल स्ट्राइक का डर सता रहा है. लिहाजा वो अब किसी तरह के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ़ज़ीहत से बचाना चाहता है. आतंकियों को शरण देने के लिए कुख्यात पाकिस्तान मनीलांड्रिंग और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के कारण लंबे समय तक FATF के ग्रे लिस्ट में बना रहा था. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद आतंकी गतिविधियों के बढ़ने का अंदेशा गहरा गया है.
पाकिस्तान को स्ट्राइक का डर
भारतीय सेना दो बार PoK में घुसकर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दे चुकी है. एक बार साल 2016 में उरी अटैक के बाद इंडियन आर्मी PoK में सर्जीकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. फिर पुलवामा आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी 2019 में भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक किया था. पाकिस्तान को अब तीसरी बार सर्जिकल स्ट्राइक का डर सताने लगा है. पाकिस्तान खौफ में हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक़, पाकिस्तान ने हाई अलर्ट जारी किया हुआ है और PoK में तैनात अपनी सेना के कोर के सभी डिविजन को संभावित पलटवार को लेकर आगह किया हुआ है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक़, पाकिस्तानी सेना के 10 कोर (जिसकी ज़िम्मेदारी पूरे पीओके की है) ने अपनी संख्या को भी बढ़ा दिया है. उसके तहत आने वाली 649 मुजाहिद बटालियन (बारोह) और 65 फ़्रंटियर फोर्स (तंदर ) को भारतीय सेना के किसी भी रेड को रोकने के लिए अलर्ट पर रखा गया है. बहावलपुर स्थित सेना के 31 कोर के 5-फ़्रंटियर कोर विंग भी अलर्ट पर है. बहावलपुर वही जगह है, जहां पर जैश का हेडक्वार्टर है. इस जगह की एरियल सुरक्षा के लाए बाकायदा एयर डिफेंस सिस्टम 3 साल पहले तैनात कर दिया गया था. इसके अलावा अमृतसर के दूसरी ओर काला खटाई में 27 FC विंग तो जैसलमेर के दूसरी ओर 5 कोर के 50 FC विंग (सरोहा )और हैदराबाद के 18 इंफ़ैंट्री डिविजन हेडक्वार्टर को हाई अलर्ट पर रखा है.
पाकिस्तान ने मूव कराई अतिरिक्त आर्टिलरी रेजिमेंट
पाकिस्तानी आर्मी ने अतिरिक्त आर्टिलरी को सकरंद कैंट में मूव करने की तैयारी कर ली है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक़, सेना के 5वीं कोर की आर्टिलरी कोर ने 18वी आर्टिलरी डिविज़न और 25 मैक डिव को एक रिक्वेस्ट लेटर भेजा गया था. कराची से पाकिस्तानी हैदराबाद के सकरंद कैंट में अंतिरिक्त आर्टिलरी को मूव करने को कहा गया था, ताकितनाव की स्थिति में रिस्पांस टाइम को कम किया जा सके. पाकिस्तान का सकरंद कैंट राजस्थान के दूसरी और पाकिस्तान में स्थित है. इस हाई अलर्ट और अतिरिक्त तैनाती से यह साफ़ हो रहा है कि पाकिस्तान अपनी सुरक्षा का इंतजाम तो कर सकता है, लेकिन अपनी हरकत और फ़ितरत से बाज नहीं आ सकता है.
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों का अलर्ट
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र आतंकी हमलों का ख़तरा बना हुआ है. खुफिया एजेंसियों ने इसे लेकर बाकायदा अलर्ट जारी किया है. अलर्ट में आतंकियों के निशाने पर जम्मू के पुलिस स्टेशन और सुरक्षाबलों के काफिले बताए गए हैं. खास तौर पर पुंछ, राजौरी, डोडा और कठुआ जैसे इलाक़ों में आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. जम्मू में आतंकी हमलों की बढ़ोतरी के चलते भारतीय सेना और पैरा मिलीट्री के अतिरिक्त यूनिट तैनात की गई है. जंगल वॉरफ़ेयर में माहिर असम राइफल्स की दो यूनिट को भी मणिपुर से भेजा जा रहा है.
Tags: Jammu Kashmir Election, Jammu kashmir news, Pakistan Terrorist
FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 17:07 IST