नई दिल्ली. बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल और हिंसा के बीच एक नदी अब भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बनकर उभरी है. इस पद्मा नदी का महत्व इतना ज्यादा है कि इसमें मिलने वाली हिल्सा मछली का स्वाद भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को बहुत ज्यादा पसंद था. यहां तक कि इस वक्त भारत में शरण लेने वाली बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना इसे उनके लिए बहुत ही एहतियात से भेजती थीं. हाल ही में दिवंगत हुए पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य भी इस मछली को बहुत पसंद करते थे. पद्मा नदी को गंगा की ही एक शाखा माना जाता है. इस नदी के दोनों ओर खुली सीमा है.
पद्मा नदी से होकर दोनों देशों के बीच व्यापार भी होता है. मगर बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच सैकड़ों लोगों ने इस नदी के दूसरे किनारे पर शरण ले रखी है. इन लोगों के कभी भी सीमा पार करके भारत में घुसने की आशंका के चलते सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पूरे बांग्लादेश से लगी सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत आने के दिन ही करीब 300 नावों पर सवार होकर 1000 से ज्यादा लोग भारत के मेघालय राज्य में पहुंचे थे. जिससे स्थानीय लोगों में खौफ का माहौल पैदा हो गया. इन लोगों ने फिलहाल घुसपैठ नहीं की.
बीएसएफ पूरी तरह मुस्तैद
मगर बांग्लादेश से मेघालय में पहुंचे इन लोगों ने एकदम समुद्री लुटेरों के अंदाज में नदी से पत्थरों की लूटपाट शुरू कर दी. बांग्लादेश की ओर उस वक्त सुरक्षा चौकी खाली थी और उनको मनमानी करने की पूरी छूट थी. मगर ऐसे हालात पद्मा नदी के किनारे पर नहीं हैं. इधर की ओर बीएसएफ पूरी तरह मुस्तैद है. इसके बावजूद इस बात की आशंका है कि जैसे ही बांग्लादेश में हालात और भी ज्यादा बिगड़ेंगे तो बांग्लादेश की ओर से घुसपैठ की कोशिशें और भी बढ़ेंगी.
घुसपैठ की रोकथाम के लिए कड़े सुरक्षा उपाय जरूरी
अब सबसे ज्यादा इस बात की जरूरत है कि पद्मा नदी की खुली सीमा पर घुसपैठ की रोकथाम के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए जाएं. क्योंकि हाल ही में एक टीवी कैमरा टीम के मेंबर पद्मा नदी के दोनों किनारों पर जाकर खुलेआम बेरोकटोक शूट करके वापस लौट आए. उन नजारों को देखकर हर कोई इस बात से सहमत हो गया कि मौका मिलते ही बांग्लादेश की ओर से कोई न कोई बड़ी घुसपैठ हो सकती है.
Tags: Bangladesh, Ganga river, Sheikh hasina
FIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 14:39 IST