धार्मिक और पयर्टन स्‍थलों पर ‘हवा’ में चलेगा ट्रैफिक, आपका समय बचेगा


नई दिल्‍ली. देश के कई धार्मिक और पर्यटक स्‍थलों पर लोग चढ़ाई चढ़ने की वजह से नहीं जाते हैं. अब इन लोगों के लिए अच्‍छी खबर है. सड़क परिवहन एंव राजमार्ग मंत्रालय देश के कई धार्मिक और पर्यटन स्‍थलों पर रोपवे का निर्माण शुरू करने जा रहा है. कुछ स्‍थानों पर काम भी शुरू हो चुका है और कुछ जगह इस वर्ष तक शुरू हो जाएगा.

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय अरबन रोपवे का निर्माण कर रहा है. देश में पहले अरबन रोपवे का निर्माण वाराणसी में किया जा रहा है. इसका काफी काम हो चुका है. सरकारी निर्माण एजेंसी एनएचएलएमएल के अनुसार इस वर्ष 70 किमी. से ज्‍यादा रोपवे का निर्माण शुरू करने का लक्ष्‍य रखा गया है. इनमें से 40 किमी. रोपवे निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसके लिए बिड्स आमंत्रित कर दी गयी है. जल्‍द ही काम का टेंडर जारी कर काम आवार्ड कर दिया जाएगा. जिसके बाद काम शुरू हो जाएगा. इसके साथ ही बचे हुए रोपवे के निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है.

इन पर्यटन स्‍थलों पर बनेगा रोपवे

एनएचएलएमएल के अनुसार कई राज्‍यों सरकारों की ओर करीब 200 स्‍थानों पर रोपवे निर्मण के लिए संपर्क किया गया है. इनमें से उत्‍तराखंड में केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और काठगोदाम से नैनीताल, कश्‍मीर में शंकराचार्य मंदिर, महाराष्‍ट्र में ब्रह्मगिरी से अंजानेरी और रामटेक मंदिर, मध्‍य प्रदेश में टिकीटोरिया मंदिर और महाकाल उज्‍जैन, उत्‍तर प्रदेश में संगम प्रयागराज, असम में कामाख्‍या मंदिर , गुजरात में गिफ्ट सिटी, अरणाचल प्रदेश में तवांग मोनेस्‍ट्री प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्‍थल हैं,जहां पर रोपवे निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.

पांच सालों में 1200 किमी. का लक्ष्‍य

केंद्र सरकार ने अगले पांच सालों में देश में 1200 किमी. से अधिक लंबाई तक के 250 से अधिक रोपवे बनाने का लक्ष्य तय किया है. खास बात यह है कि अब अरबन रोपवे का भी निर्माण किया जा रहा है. इसमें शहरी इलाके भी शामिल होंगे.

Tags: Road and Transport Ministry, Rope Way



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