दिल्ली में आवारा पशुओं का आतंक, शिकायतों का नहीं असर, MCD एकदम चुप


Delhi News: हमेशा की तरह उस शाम भी वह शाम की वॉक पर थे. एक गाय ने पीछे से 75 साल के इन बुजुर्ग पर हमला कर दिया था. दिल्ली के रोहिणी इलाके की इस घटना में इन बुजुर्ग को इलाज की सख्त जरूरत थी. सर पर चोट थी लेकिन गंभीर चोटों का इलाज न हो सका. उनकी मृत्यु हो गई. रोहिणी के लोगों में दिल्ली एमसीडी को लेकर खासा रोष है क्योंकि इस इलाके में आवारा पशुओं की दिक्कत काफी समय से बनी हुई है.

इधर जब 10 अगस्त को यह हादसा हुआ तब पीड़ित की बेटी ने ‘रात करीब 8.30 बजेअाचपग किसी ने फादर के फोन से कॉल करके हमें बताया. वह पीछे से टक्कर लगने के कारण सिर के बल गिरे थे और घायल हो गए थे.’ डॉक्टरों ने बहते खून को रोकने और चोटों का इलाज करने की कोशिश की थी पर चोटें बहुत गंभीर थीं. प्रीति कहती हैं, ‘सड़क पर आवारा पशु इलाके की एक बड़ी समस्या रहे हैं. हमारी मां पर भी कुछ दिन पहले एक आवारा गाय ने हमला किया था.अब हमें अपने बच्चों को बाहर ले जाने में डर लगता है. पॉकेट एसोसिएशन में ये बात उठाई पर कुछ नहीं हुआ.’

रोहणी में इस तरह के हादसों का शिकार यह परिवार अकेला नहीं है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रीति बताती हैं कि पुलिस ने कहा था कि वे प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज करने के बाद ही एफआईआर दर्ज करेंगे मगर ऐसा नहीं हुआ. जबकि दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि परिवार ने कोई शिकायत दर्ज करवाई ही नहीं.

एक अन्य रोहिणी निवासी ने कहा कि आस-पास के गांवों से आवारा पशु आते हैं और सड़कों को जाम करते हैं और कभी-कभी यहां रहने वालों पर हमला करते हैं. ज्यादातर बार ये गायें डेयरी मालिकों की होती हैं. वे गायों का दूध निकालते हैं और उन्हें सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं.

सड़कों पर आवारा पशुओं का मैनेजमेंट एमसीडी करती है और वह भी गैर-सरकारी संगठनों की मदद से करती है. लेकिन नगर निगम ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की. नगर निगम के अधिकारियों ने पहले कहा था कि पिछले कुछा सालों से भीड़भाड़ वाली गौशालाओं के कारण यह काम मुश्किल हो गया है.

Tags: Delhi MCD, New Delhi news



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *