कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लेडी डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में एक और शख्स पर सीबीआई का शक गहराता जा रहा है. इस शख्स की पहचान अनूप दत्ता के रूप में हुई है, जो कोलकाता पुलिस में एएसआई पद पर तैनात है. सीबीआई ने उससे करीब आठ घंटे तक पूछताछ की है. सूत्रों के अनुसार, उनके बयान की जांच की जा रही है और उन्हें फिर से बुलाया जा सकता है.
सीबीआई दरअसल एएसआई दत्ता की इस केस के प्रमुख आरोपी संजय रॉय के साथ कथित निकटता की जांच कर रही है. संजय रॉय को 2019 में आपदा प्रबंधन समूह के लिए सिविक वॉलंटियर के रूप में भर्ती किया गया था, लेकिन उसने वहां कभी काम नहीं किया. वह कोलकाता पुलिस वेलफेयर बोर्ड के लिए काम करने लगा था.
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पता चला है कि दत्ता ने मुख्य आरोपी संजय रॉय के साथ रूम शेयर किया था. ऐसे में सीबीआई एएसआई दत्ता और संजय रॉय के बीच के संबंधों की जांच कर रही है. ऐसे में सीबीआई ने दत्ता से संजय रॉय के साथ उनके कथित संबंधों के बारे में पूछताछ की गई.
अनूप दत्ता से सीबीआई ने पूछे ये 12 सवाल…
- आप संजय रॉय को कबसे जानते हैं.
- संजय रॉय आपके बैरक में क्यों और कबसे रहता था.
- क्या आप भी उसके साथ रहते थे.
- क्या संजय रॉय ने वारदात वाले दिन आपसे बात की थी. अगर की थी तो कब, कितनी बार और क्या बात की.
- संजय रॉय ने आपको क्या इस वारदात के बारे में कुछ बताया था.
- संजय रॉय कैसी प्रवृत्ति का आदमी है.
- क्या वारवाद वाली रात में संजय ने बैरेक में शराब पी थी? क्या आप भी साथ में पी रहे थे.
- क्या संजय हिंसक स्वभाव का था.
- संजय का अस्पताल में क्या काम था. उस वॉलेंटियर के तौर पर क्या-क्या जिम्मेदारी दी गई थी.
- क्या संजय अस्पताल में लाइसेनिंग का काम करता था. क्या उसकी अस्पताल में मजबूत पैठ थी.
- क्या संजय रॉय संदीप घोष को जानता था.
- क्या कभी संदीप घोष के बारे में संजय ने कोई जिक्र किया था.
इस बीच सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का ‘पॉलीग्राफ टेस्ट’ कर सकते हैं. घोष ने 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में पीड़िता का शव मिलने के दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वह पूछताछ के लिए छह बार सीबीआई के सामने पेश हो चुके हैं. एक सीबीआई अधिकारी अधिकारी ने कहा, ‘हम घोष के जवाबों की और पुष्टि करना चाहते हैं, क्योंकि हमारे द्वारा पूछे गए प्रश्नों के कुछ उत्तरों में झोल है इसलिए हम उनका ‘पॉलीग्राफ टेस्ट’ कराने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं.’
‘पॉलीग्राफ टेस्ट’ के दौरान व्यक्ति के कुछ सवाल-जवाब किए जाते हैं और उस दौरान एक मशीन की मदद से उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापा जाता है और यह पता लगाया जाता है कि वह सच बोल रहा है या झूठ.
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FIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 13:42 IST