डॉक्टर का क्यों इतनी बेहरमी से किया मर्डर? संजय रॉय के दिमाग में झांकेगी CBI


कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में लेडी ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय और हिरासत में लिए गए अन्य लोगों का साइको-एनालिसिस टेस्ट (Psychoanalysis Test) कराया जाएगा. सीबीआई मुख्यालय में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस खबर को कंफर्म करते हुए बताया कि साइकोलॉजी विशेषज्ञ की टीम शनिवार को कोलकाता पहुंच गई है, जो इस मामले में जांचकर्ताओं के साथ तफ्तीश का दायरा आगे बढ़ाने में मदद करने वाली है.

इस मामले में जांच एजेंसी ने तफ्तीश के दौरान करीब 30 लोगों की पहचान की है, जिनके खिलाफ और उन लोगों से जुड़े अन्य कनेक्शन को खंगाला जा रहा है. इस दौरान जांच एजेंसी के अधिकारियों ने मृतक डॉक्टर के माता-पिता से मिलकर कई सवालों की फेहरिस्त तैयार की है, जिससे इस मामले की और बेहतर तरीके से जांच पड़ताल की जा सके.

इस मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सहित अस्पताल के कई सदस्य, लेडी डॉक्टर के कई सहकर्मी और वारदात वाले दिन ड्यूटी पर तैनात कोलकाता पुलिस के जवानों और दूसरे निजी गार्ड से पूछताछ की जा रही है. शनिवार 17  अगस्त को ही सीबीआई की टीम दुष्कर्म और हत्या के आरोपी संजय रॉय के घर पहुंची और संजय राय की मां से विस्तार से कई सवालों के जवाब लिए.

कैसे होता है साइको टेस्ट और कितना लगता है वक्त
सीबीआई से जुड़े सूत्र के मुताबिक किसी भी आरोपी का जब साइको-एनालिसिस टेस्ट होता है, तो उसकी प्रक्रिया में करीब तीन से साढ़े तीन घंटे का वक्त लगता है. इस प्रक्रिया के तहत आरोपी की साइकोलॉजी को जानने के लिए कई तरह का टेस्ट किया जाता है, जिससे कि उसकी आदतों और व्यवहार के साथ-साथ उसकी समझ को भी जानने और समझने का प्रयास किया जाता है.

इस टेस्ट के दौरान मनोचिकित्सक आरोपी से बेहद शांत तरीके से कई तरह के सवाल पूछते हैं, जिससे आरोपी के ज़हन में घूम रही बातों और उसकी आदतों को एक जवाब के तौर पर जानने का प्रयास किया जाता है. इस दौरान उसके गुनाहों से जुड़े कई सवालों को घुमा-फिराकर कई तरह के सवाल किए जाते हैं, जिससे कि गुनाह की असलियत को समझा जा सके.

देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन
9 अगस्त को कोलकाता स्थित आरजी कर अस्पताल के आपातकालीन विभाग की चौथी मंजिल पर स्थित सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर का शव बरामद किया गया था . इस मामले की शुरुआती तफ्तीश के दौरान ही स्थानीय पुलिस ने संजय रॉय नाम के एक सिविक वॉलेंटियर को गिरफ्तार किया था.

आरोप है कि शुरुआत में अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को दबाने का प्रयास किया था, लेकिन अब यह मामला काफी बड़े स्तर का मसला बन चुका है. इसे लेकर दिल्ली, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में डॉक्टरों द्वारा विरोध -प्रदर्शन किया जा रहा है.

इसी मामले की गंभीरता को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस मामले की तफ्तीश का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया था, जिसके बाद दिल्ली से भेजे गए एडिशनल डायरेक्टर स्तर के अधिकारी के सुपर नेतृत्व में इस मामले की तफ्तीश की जा रही है. इस केस में सीबीआई ने अस्पताल के पूर्व निदेशक संदीप घोष से भी शुक्रवार और शनिवार को कई घंटों तक पूछताछ की है. जांच एजेंसी के द्वारा जल्द ही इस मामले में कई जानकारियां औपचारिक तौर पर साझा करने वाली है.

Tags: Doctor murder, Kolkata News, West bengal



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