भारतीय टीम को हाल ही में न्यूजीलैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में करारी हार का सामना करना पड़ा। भारत को 24 साल में पहली बार घर में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। इस हार से टीम इंडिया को जबरदस्त नुकसान हुआ और उसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पाइंट्स टेबल में दूसरा स्थान भी गंवाना पड़ा। अब इस हार के बाद टीम इंडिया और बीसीसीआई में गहरा मंथन चल रहा है।
दरअसल, बीसीसीआई ने एक मीटिंग की जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को मिली 0-3 की करारी शिकस्त की विस्तृत समीक्षा की। इसमें मुंबई टेस्ट के लिए ‘रैंक टर्नर’ का चयन, जसप्रीत बुमराह को आराम देना और गौतम गंभीर की कोचिंग शैली पर चर्चा की गई। मीटिंग में कप्तान रोहित शर्मा, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और मुख्य कोच गंभीर के साथ बीसीसीआई सचिव जय शाह और अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे। गंभीर ऑनलाइन मीटिंग में शामिल हुए।
इस मामले से जुड़े बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई को बताया कि यह 6 घंटे की मैराथन मीटिंग थी जो इस तरह की हार के बाद तय थी। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा रही है और बीसीसीआई यह सुनिश्चित करना चाहेगा कि टीम वापस पटरी पर लौट आए। साथ ही वह जानना चाहेगा कि ‘थिंक-टैंक’ (गंभीर-रोहित-अगरकर) इस बारे में क्या सोच रहे हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान कुछ ऐसे फैसले लिए गए जिन पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि BCCI के अधिकारी इस बात से नाखुश थे कि लगातार 2 मैच हारने के बाद भी जसप्रीत बुमराह को तीसरे टेस्ट में आराम दिया गया। इसके अलावा इन पिचों पर भारत के अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद ‘रैंक टर्नर’ का विकल्प चुनना कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर चर्चा हुई।