जेईई में 29वीं रैंक, IIT बॉम्बे से ग्रेजुएट, चौथे प्रयास में IRS से बनें IAS


IAS Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा और जेईई की परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में शुमार है. इन दोनों परीक्षाओं को पास करने के लिए पूरी लगन के साथ मेहनत करनी पड़ती है. हर साल इन दोनों परीक्षाओं में लाखों की तादाद में लोग शामिल होते हैं. लेकिन बहुत ही काम लोग होते हैं, जो पहले जेईई और बाद में UPSC की परीक्षा का पास करने में सफल होते हैं. आज हम एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दो बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करके IAS Officer बनें हैं. इनका नाम कर्णती वरुण रेड्डी है.

UPSC में मिली 7वीं रैंक 
वरुण रेड्डी अपने पिता के सपने को साकार करते हुए यूपीएससी 2018 की परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल की हैं. इसके साथ ही वह राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किए हैं. वरुण (Karnati Varun Reddy) अपने पहले प्रयास में इस परीक्षा को पास करने में असफल रहे हैं लेकिन उनका हौसला नहीं टूटा और कड़ी मेहनत की करते हुए दूसरे प्रयास में 166वीं रैंक हासिल की. इसके बाद चौथे प्रयास में 225वीं रैंक हासिल की और ​​अंत में चौथे प्रयास में देशभर में 7वीं रैंक लाने में सफल रहे. वह आईएएस ऑफिसर बनने से पहले IRS ऑफिसर थे.

IIT बॉम्बे से की पढ़ाई 
वरुण (IAS Karnati Varun Reddy) तेलंगाना के नलगोंडा जिले के मिर्यालगुडा के मूल निवासी हैं. वह जेईई की परीक्षा में भी 29वीं रैंक हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई पूरी की हैं. उनका सपना किसी टॉप के आईआईएम में से एक से एमबीए करना था लेकिन अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी. उनकी मां पी नागमणि कृषि विभाग में एडिशनल डायरेक्टर हैं और उनके पिता डॉ. जनार्दन रेड्डी नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं. वहीं वरुण के बड़े भाई काकतीय मेडिकल कॉलेज, वारंगल में सर्जन हैं.

IRS ऑफिसर से बनें IAS Officer
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार IAS वरुण (IAS Karnati Varun Reddy) वर्तमान में तेलंगाना राज्य उत्तरी विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (TSNPDCL) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. इससे पहले वह निर्मल जिले के कलेक्टर के पद पर कार्यरत थे. वरुण ने कुमराम भीम आसिफाबाद जिले के एडिशनल कलेक्टर के रूप में भी काम किया है. इस दौरान उन्होंने विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वरुण ने इंटीग्रेटेड ट्राइबल डेवलपमेंट एजेंसी (ITDA), उटनूर के प्रोजेक्ट ऑफिसर के रूप में भी काम किया है. वह आईएएस ऑफिसर बनने से पहले IRS ऑफिसर थे.

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