बर्लिनः पश्चिम जर्मनी में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के ‘एयर बेस’ आखिर किसके निशाने पर है, वह कौन है जो नाटो के एयरबेस को निशाना बनाना चाहता है?…नाटो ने फिलहाल ‘संभावित खतरे’ की खुफिया सूचना के मद्देनजर एयरबेस की सुरक्षा बढ़ा दी है और मिशन के लिए गैर-जरूरी सभी कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर घर भेज दिया गया है। नाटो ने यह जानकारी दी है। नीदरलैंड की सीमा के पास गिलेनकिर्चेन एयर बेस वह जगह है, जहां नाटो के ‘एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम’ (अवाक्स) विमान हैं।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर नाटो अवाक्स बेड़े के हैंडल से बृहस्पतिवार को जारी एक पोस्ट में कहा गया है, ‘‘हमने सुरक्षा स्तर बढ़ा दिया है।’’ हालांकि संभावित खतरे की प्रकृति के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया। इसमें कहा गया कि ‘‘ऑपरेशन योजना के अनुसार जारी है।’’ गिलेनकिर्चेन बेस ने शुक्रवार को कहा कि उसके पास इसके अलावा जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कुछ नहीं है और ‘‘फिलहाल स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।’’ जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए ने कहा कि एक रिपोर्टर ने ‘एयर बेस’ के मैदान पर पुलिस की गाड़ियां देखीं।
बीती रात हुई पुलिस की अतिरिक्त तैनाती
पुलिस ने बृहस्पतिवार रात को तैनाती की पुष्टि की, लेकिन कोई अतिरिक्त विवरण नहीं दिया। पिछले हफ़्ते, कोलोन के पास स्थित एक प्रमुख जर्मन वायुसेना बेस को इस आशंका के बीच कई घंटों तक बंद रखा गया था कि संभवत: इसकी जलापूर्ति में छेड़छाड़ की गई है। जांच में इस तरह की छेड़छाड़ का कोई सबूत नहीं मिला। उस समय डीपीए ने खबर दी थी कि गिलेनकिर्चेन में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना थी और बेस के पास एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था, लेकिन कोई अवांछित जानकारी नहीं मिली है। (एपी)
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