नई दिल्ली. आखिर वह समय आ ही गया, जब जम्मू-कश्मीर में 10 साल के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारियों शुरू हो गई हैं. चुनाव आयोग शुक्रवार को दोपहर तीन बजे विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर सकता है. गौरतलब है कि 5 अगस्त 2019 में आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद से घाटी में चुनाव नहीं हो रहे थे. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को 30 सितंबर से पहले घाटी में चुनाव कराने का आदेश दिया था. आयोग भी तय समय-सीमा के अंदर चुनाव कराने की प्लानिंग में है. हाल ही में, आयोग ने चुनाव संबंधी तैयारियों का जायजा लेने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा किया था.
आखिरी बार 2014 में जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए थे. इसमें किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल पाई थी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ एलायंस कर सरकार बनाई थी. लेकिन, जून 2018 में भाजपा ने अपना समर्थन वापस ले लिया था, जिससे सरकार गिर गई थी. तब से वहां कोई सरकार निर्वाचित नहीं है. 2019 में भाजपा नीत केंद्र की सरकार ने पिछले 70 सालों से चले आ रहे आर्टिक-370 का एब्रोगेट किया था.
2014 में किस पार्टी को कितनी सीटें मिली थीं-
2014 के विधानसभा चुनाव में कुल 87 सीटें थीं. इसमें पीडीपी को 28, भाजपा- 25, नेकां- 15, कांग्रेस-12, जेकेपीसी-02, सीपीआईएम-01, पीडीएफ-01, निर्दलीय को 3 सीटें हासिल हुई थी. चूंकि आर्टिकल 370 हटाने के बाद से पूरे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग कर दिया गया है. लद्दाख आब केंद्र शासित राज्य है. तो जब अब, घाटी में 2024 में चुनाव होंगे तो सीटें कितनी हैं, इसका खुलासा नहीं हुआ है. चुनाव आयोग इसका खुलासा आज अपने प्रेस कॉन्फेंस में कर सकती है.
चुनाव आयोग राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकती हैं. घाटी में तीन से पांच चरणों में चुनाव होने की संभावना है.
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FIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 09:58 IST