हिंदी सिनेमा के खलनायकों का जब भी जिक्र आता है तो शक्ति कपूर का नाम ना लिया जाए, ऐसा हो ही नहीं सकता। 90 के दशक में शक्ति कपूर ने कई फिल्मों में विलेन के किरदार निभाए और इसके अलावा वह सपोर्टिंग रोल में नजर आए। हालांकि, बाकि के स्टार्स की तरह शाद शक्ति कपूर भी हीरो ही बनना चाहते थे, तभी तो उन्होंने हीरो बनने के लिए उन दिनों अपनी विलेन वाली इमेज दांव पर लगाने का भी रिस्क उठा लिया था। हाल ही में शक्ति कपूर ने कपिल शर्मा के शो ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो 2’ में गोविंदा और चंकी पांडे के साथ शिरकत की, जहां तीनों स्टार्स ने एक-दूसरे से जुड़े कई खुलासे किए।
जब शक्ति कपूर ने हीरो बनने की ठानी
शो के दौरान चंकी पांडे ने शक्ति कपूर से जुड़े एक राज से पर्दा उठाया। दरअसल, शो में 90 के दशक के खलनायकों की छवि पर चर्चा चल रही थी, जिस पर रिएक्ट करते हुए चंकी पांडे ने एक मजेदार खुलासा किया। शक्ति कपूर की चर्चा हो रही थी, जिस पर रिएक्ट करते हुए उन्होंने कहा- ‘उन दिनों मेरे खलनायक के रोल पसंद किए जाते थे और मैंने ठान लिया था कि मैं अब विलेन का किरदार नहीं निभाउंगा। मैंने हीरो बनने की कोशिश की। मैंने ‘जख्मी इंसान’ लीड एक्टर का रोल निभाया, लेकिन इस फिल्म ने प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और दर्शकों सभी को जख्मी बना दिया।’
15 मिनट में हटी फिल्म
‘वो पहली फिल्म होगी, जो सिनेमाघरों में 12 बजे लगी और 12.15 पर हटा भी दी गई। मैंने इससे पहले सभी से कह दिया था कि मैं अब विलेन नहीं, हीरो हूं। फिल्म फ्लॉप होने के बाद मैं उन सबके पास विलेन के रोल मांगने के लिए वापस गया। जख्मी इंसान के फ्लॉप होने के बाद मैंने फिर से विलेन के रोल में वापसी कर ली।’
चंकी पांडे ने भी किया शॉकिंग खुलासा
मौक का फायदा उठाते हुए चंकी पांडे ने भी शक्ति कपूर से जुड़ा एक मजेदार किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि शक्ति कपूर ने एक अभिनेता को खलनायक का किरदार निभाने से रोका था, क्योंकि उन्हें लग रहा था कि उसके निगेटिव रोल निभाने से उनकी कुर्सी खतरे में पड़ जाएगी। चंकी पांडे कहते हैं- ‘शक्ति कपूर ने एक एक्टर को 50 हजार रुपये दिए थे और उससे कहा था कि वह खलनायक की भूमिका ना करे और वो पैसे लेकर 2 साल तक घर पर ही बैठा रहा।’ किस्सा सुनते ही शक्ति कपूर तुरंत कहते हैं कि ये झूठ है। लेकिन, शो पर मौजूद सभी लोग ये बात सुनकर अपनी हंसी नहीं रोक पाते।