Delhi Police: चुटकी बजाते ही अमीर बनने का जब कोई रास्ता नहीं सूझा, तो आरोपियों ने घर पर ही नोट छापना शुरू कर दिया. जी हां, एक ऐसे ही मामले का खुलासा द्वारका जिला पुलिस ने किया है. इस मामले में कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान अनस खान, विकास कुमार और अमन कुमार के तौर पर हुंई है. इनके कब्जे से पुलिस ने 200 रुपए के 701 नकली नोट बरामद किए हैं.
द्वारका जिला पुलिस के डीसीपी अंकित सिंह के अनुसार, आरोपियों की निशानदेही पर नोट छापने में इस्तेमाल होने वाले प्रिंटर, एक ब्लैक एण्ड ह्वाइट प्रिंटर, एक लैपटॉप, लैमिनेशन मशीन, वॉर मार्क प्रिंट करने में इस्तेमाल होने वाला फ्रेम और स्याही बरामद की गई है. इसके अलावा, स्वरूप नगर के इब्राहिमपुर एक्सटेंशन स्थिति एक ठिकाने से सिक्योरिटी थ्रेड के लिए इस्तेमाल होने वाला रॉ मैटेरियल भी बरामद किया गया है.
डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि एंटी नॉरकोटिक्स सेल को सूचना मिली थी कि द्वारका मोड मेट्रो स्टेशन के करीब अनस नामक का एक युवक नकली नोटों की डिलीवरी के लिए आने वाला है. सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके में अपना जाल बिछा दिया. असन के पहुंचने ही पुलिस ने उसे दबोच लिया. तलाशी के दौरान अनस के कब्जे से पुलिस ने 200 रुपए के 301 नोट बरामद किए गए. जिसके बाद, पुलिस ने अनस को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की.
डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान, अनस ने अपने साथ शामिल दो अन्य आरोपियों के नाम का खुलासा किया. जिनकी पहचान पुलिस ने विकास कुमार और अमन कुमार के तौर पर की. अनस की निशानदेही पर जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के दौरान विकास और अमन के कब्जे से 200 रुपए 400 नकली नोट बरामद किए गए.
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसे फेक करेंसी के नाम से एक इंस्टाग्राम आईडी मिली थी. इसी इंस्टाग्राम आईडी की मदद से उसने आरोपियों से संपर्क किया. इसके बाद, नकली करेंसी की इंस्टाग्राम आईडी चलाने वाले शख्स ने व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से संपर्क किया. इसके बाद, उसने आरोपी अनस खान को नकली करेंसी नोट उपलब्ध कराए. इस तरह से आरोपी अनस खान ने कई बार सप्लायर से नकली भारतीय करेंसी नोट लिए थे.
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FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 15:45 IST