नई दिल्ली: दो दोस्तों ने मिलकर ऐसा कांड किया है, जिसकी चर्चा तीन देशों में है. एक दोस्त गुजरात का तो दूसरा चीन का है. दोनों ने मिलकर अमेरिकियों को अच्छे से चूना लगाया है. मगर अब उनके पाप का घड़ा भर गया. पुलिस ने ठगी के इल्जाम में दोनों दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है. इन्होंने दो बुजुर्ग अमेरिकी कपल को उनकी जिंदगी भर की जमा पूंजी सोने में बदलवाने का झांसा देकर ठगा है. गुजरात के रहने वाले हरमीश पटेल और चीन के वेनहुई सुन को होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशन के अफसरों ने गिरफ्तार किया है. अभी तक इस धोखाधड़ी में कुल 14 लाख डॉलर (करीब 11 करोड़ 75 लाख) से अधिक की रकम की ठगी का पता चला है. मामले की जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि इनका नेटवर्क कितना बड़ा था.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, आरोपी हरमीश पटेल की उम्र 25 साल है. उसे 29 जुलाई को न्यूयॉर्क स्थित ट्रॉय के एक कपल से 10 लाख डॉलर की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वहीं, चीनी ठग वेनहुई सुन मैरीलैंड के एक बुजुर्ग दंपति को इसी तरह से 331,817 डॉलर की चपत लगा चुका था. पटेल के फोन रिकॉर्ड के जरिए ही अमेरिकी पुलिस अफसरों को इन दोनों के कनेक्शन का पता चला.
गुजराती-चीनी ने कैसे चूना लगाया
अब जानते हैं कि आखिर इन दो दोस्तों ने कैसे चूना लगाया. दरअसल, 1 दिसंबर, 2023 को ट्रॉय वाले कपल को पेपल (PayPal) इंक की तरफ से एक ईमेल मिला. उसमें कहा गया था कि उनके अकाउंट पर 465.88 डॉलर का चार्च (शुल्क) किया गया है, जो 24 घंटे के अंदर उनके अकाउंट से काट लिया जाएगा. ईमेल में कस्टमर सपोर्ट के लिए दो नंबर दिए गए थे. ईमेल में कहा गया था कि अगर उन्हें लेनदेन पर शक हो या वे शुल्क रद्द करवाना चाहते हों, तो इस पर कॉल कर सकते हैं.
कैसे हुआ कांड
अकाउंट से पैसे कटने के डर से डर के मारे कपल ने उस नंबर पर फोन कर दिया. कस्टमर केयर नंबर पर फोन उठाने वाले ने खुद को माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारी बताया. विल गैनन ‘कस्टमर सपोर्ट’ के नाम से फोन पर था. उसने पीड़ित कपल को एलिजाबेथ श्नीरोव नाम की एक महिला का नंबर दिया, जो ‘फेडरल ट्रेड कमीशन में असिस्टेंट डायरेक्टर’ बताई गई. एलिजाबेथ ने कपल को बताया कि उनकी जमा पूंजी खतरे में है क्योंकि उनके सोशल सिक्योरिटी नंबर लीक हो गए हैं. उनके पैसों को बचाने में मदद करने की पेशकश करते हुए एलिजाबेथ ने उन्हें अपनी कुछ संपत्ति बेचकर पैसे यूएस ट्रेजरी डिपार्टमेंट के लॉकर में रखने की सलाह दी.
कपल को भनक भी नहीं लगी
कपल को बातचीत से लगा कि ये सच में फेडरल स्टाफ्स हैं. उन्हें बातचीत से यकीन हो गया. इसके बाद कपल ने उनकी (ठगों) सलाह मानी और 5 दिसंबर, 2023 को चीन स्थित डिंग्शी ट्रेड लिमिटेड नामक कंपनी को $102,000 का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर दिया. इसके बाद एलिजाबेथ ने 7 दिसंबर को उन्हें फिर से फोन किया और कहा कि बाकी रकम को सोने में बदलकर ट्रेजरी डिपार्टमेंट के लॉकर में रख दें. इस कॉल और जनवरी 2024 के बीच कपल ने सोने के तीन बार में कम से कम $1 मिलियन की खरीद की.
हरमीश का क्या रोल
इसके बाद इलिनोइस के स्ट्रीमवुड में रहने वाले हरमीश पटेल ने दो महीने में बुजुर्ग कपल से 1,058,082 डॉलर का सोना ऐंठ लिया. हरमीश पटेल हर बार दंपति के घर कार से आता और सोना ले जाता था. जनवरी में जब दंपति ने छह महीने की छुट्टी पर जाने से पहले अपने पैसे वापस मांगे, तो एक नकली अमेरिकी एजेंसी अधिकारी ने उन्हें धमकाया कि उनका सोशल सिक्योरिटी नंबर खत्म कर दिया जाएगा.
कैसे हुआ शक?
इसके बाद कपल घबरा गया. वह भागा-भागा अपने फिनांशियल एडवाइजर का गया. एडवाइजर को ठगी का शक हुआ तो उन्होंने कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क किया. अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसियों और होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशन के विशेष एजेंटों ने हरमीश पटेल की कार के नंबर प्लेट के आधार पर उसे दबोच लिया. इसके बाद पटेल के फोन रिकॉर्ड से पता चला कि वह अक्सर चीनी ठग को वीडियो कॉल करता था.
चीन से क्या कनेक्शन?
आगे की जांच में पता चला कि फरवरी 2024 में मैरीलैंड के सिल्वर स्प्रिंग के एक और दंपति से भी इसी तरह 331,817 डॉलर की ठगी की गई थी. इस मामले में वेनहुई सुन को गिरफ्तार किया गया था. सुन ने दावा किया कि वह चीन के एक आदमी के कहने पर काम कर रहा था. पटेल की चैट से पता चला कि उसने मैरीलैंड दंपति से सोना लेने के लिए ‘बेस्ट फ्रेंड’ नाम के एक शख्स को निर्देश दिए थे. मामले से जुड़े दस्तावेजों और सूत्रों का मानना है कि पटेल और सुन दोनों एक ही गिरोह के लिए काम करते थे.
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FIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 11:40 IST