India vs Australia 3rd Test At Gabba: गाबा…..। ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में एक ऐसा ग्राउंड जहां 3 साल पहले भारतीय टीम को मिली जीत हर भारतवासी के जेहन में ताजा होगी। इस मैच में युवा भारतीय प्लेयर्स ने कंगारुओं का शिकार किया था, जहां भारत ने जीत दर्ज करके ऑस्ट्रेलिया का घमंड चूकनाचूर कर दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम यहां अजेय थी और उन्हें हरा पाना ऐसा ही था, जैसे कोई आम इंसान हाथी को धोबी पछाड़ मार दे। लेकिन युवा जज्बे और जुनून से भारतीय प्लेयर्स ने ऐसा करिश्मा करके दिखाया। प्लेयर्स ने आखिरी गेंद तक हार नहीं मानी और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 3 विकेट से शिकस्त दी। इस मैच में भारतीय टीम के लिए ऋषभ पंत, शुभमन गिल, शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर सबसे बड़े हीरो बनकर उभरे थे। इन युवा प्लेयर्स ने जीत से ऐसा कारनामा कर दिया था, जिसे बड़े से बड़े दिग्गज बल्लेबाज भी नहीं कर पाए थे। अब एक बार फिर उसी ब्रिसबेन के ऐतिहासिक गाबा क्रिकेट ग्राउंड पर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से लोहा लेने के लिए तैयार है। दोनों टीमें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सीरीज का तीसरा मुकाबला गाबा मैदान पर खेलेंगी।
विराट कोहली और रोहित शर्मा को बल्ले से करना होगा कमाल
साल 2021 में गाबा में मिली जीत में शामिल रहे 6 स्टार भारतीय प्लेयर्स इस बार टेस्ट स्क्वाड का हिस्सा नहीं है। ऐसे में रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल को बल्ले से अधिक जिम्मेदारी उठानी होगी। ये प्लेयर्स विरोधी टीमों को पस्त करने में माहिर भी हैं और उनके पास अपार अनुभव है। पिछले मैच में राहुल युवा यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करने उतरे थे। वहीं रोहित शर्मा मिडिल ऑर्डर में खेले थे। गाबा टेस्ट में भी यही प्लान अपनाया जा सकता है। दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में शुमार विराट कोहली एक बार बड़ी पारी खेलने के लिए बेकरार होंगे। वह पहले भी कई बार टीम को मुश्किल परिस्थितियों से निकाल चुके हैं और जब उनका बल्ला चलता है, तो टीम इंडिया की जीत तय होती है। उनका नंबर चार पर उतरना बिल्कुल पक्का है।
नितीश रेड्डी पर होंगी सभी की निगाहें
भारतीय टीम कैसा स्कोर खड़ा करती है, ये काफी हद तक ओपनिंग जोड़ी पर निर्भर करेगा। जायसवाल ने पहले टेस्ट मैच में 161 रनों की पारी खेली थी और टीम को विजेता बनाया था। उन्होंने राहुल के साथ 201 रनों की ओपनिंग साझेदारी की थी। इन दोनों बल्लेबाजों से भारतीय क्रिकेट फैंस को बड़ी पारी की उम्मीद होगी। विकेटकीपर की जिम्मेदारी ऋषभ पंत को सौंपी जा सकती है। उनकी फुर्ती मैदान पर देखते ही बनती है। जब वह लय में हों तो किसी भी गेंदबाजी आक्रामण की धज्जियां उड़ा सकते हैं। वहीं निचले क्रम पर उतरने वाले नितीश रेड्डी अपनी बैटिंग से प्रभावित करने में सफल रहे हैं। दूसरे टेस्ट की दोनों पारियों में वह भारतीय टीम की तरफ से हाईएस्ट स्कोरर रहे थे और उन्होंने 42-42 रनों की पारियां खेली थीं। अब वह पहली बार गाबा में खेलने के लिए बेताब होंगे।
गाबा में तेज गेंदबाज बरपाते हैं कहर
गाबा का मैदान हमेशा से ही तेज गेंदबाजों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं रहा है। जहां उन्हें खूब बाउंस मिलता है और गेंद स्विंग भी खूब होती है। गेंद पड़ने के बाद बहुत तेजी के साथ आती है। यहां जसप्रीत बुमराह से एक बार फिर करिश्माई प्रदर्शन की उम्मीद होगी। अगर टीम इंडिया को जीत की डोर थामनी है, तो उनका चलना बहुत ही जरूरी है। पहले मैच में उन्होंने कुल 8 विकेट लेकर टीम को अपने दम पर जीत दिलाई थी। मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा को उनका साथ निभाना होगा। इन गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की बखिया उधेड़नी होगी और यह भी देखना होगा कि ट्रेविक हेड को किस तरह से रोका जाए। दूसरे टेस्ट में उन्होंने 140 रनों की पारी खेली थी। अब अगर टीम इंडिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बढ़त हासिल करनी है, तो उसे गाबा टेस्ट में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। इसके अलावा जीत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी जिंदा रखेगी। इस तरह से एक जीत के तीर से भारत दो निशाने कर सकता है।
भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवन
साल 2021 में चोटिल प्लेयर्स से जूझ रही थी टीम इंडिया
आज से तीन साल पहले जब 2021 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा के मैदान पर टेस्ट मैच खेला गया था। तब ये BGT में सीरीज का आखिरी मुकाबला था और सीरीज 1-1 से बराबरी पर थी। भारतीय टीम चोटिल प्लेयर्स से जूझ रही थी। रविचंद्रन अश्विन, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा चोटिल थे और सुपर स्टार बल्लेबाज विराट कोहली भी नहीं थे। ऐसे में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन भी बनाना मुश्किल हो रहा था। किसी तरह से कप्तान अजिंक्य रहाणे ने मैच के लिए प्लेइंग इलेवन बनाई। मैच में वॉशिंगटन सुंदर और टी नटराजन ने डेब्यू किया। उस भारतीय लाइन अप में मौजूद शार्दुल ठाकुर, नटराजन, वॉशिंगटन और मोहम्मद सिराज मौजूद थे। इन प्लेयर्स के पास ज्यादा अनुभव नहीं था और ये खिलाड़ी मजूबत ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का सामना कैसे करेंगे। यही सबसे बड़ा सवाल था।
पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने बनाए थे 369 रन
मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। तब नए नवेले मोहम्मद सिराज ने शुरुआत में ही खतरनाक डेविड वॉर्नर को पवेलियन की राह दिखा दी। इसके बाद शार्दुल ठाकुर भी कहां पीछे रहने वाले थे और उन्होंने भी मार्कस हैरिस का विकेट झटक लिया। 17 रनों के स्कोर तक ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने दोनों ओपनर्स गंवाकर संकट में नजर आ रही थी। तब मार्नस लाबुशेन ने 108 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर टीम को पहली पारी मे 369 रनों तक पहुंचाया। भारत के लिए टी नटराजन, शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने 3-3 विकेट हासिल किए।
सुंदर-शार्दुल ने अर्धशतक जड़कर जमाया रंग
इसके बाद बारी आई भारतीय बल्लेबाजों की। पहली पारी में रोहित शर्मा (44 रन), अजिंक्य रहाणे (37 रन) और मयंक अग्रवाल (38 रन) ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन इनमे से कोई भी प्लेयर बड़ी पारी नहीं खेल पाया और टीम ने 186 रनों पर ही अपने 6 विकेट गंवा दिए। ऐसे में भारत मैच में पिछड़ता हुआ नजर आ रहा था। तभी टीम इंडिया के लिए संकटमोचन बनकर उभरे शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर। इन प्लेयर्स ने बेहतरीन पारियां खेलकर टीम इंडिया को मैच में वापस लौटाया और स्टेडियम में मौजूद भारतीय फैंस के अंदर एक अलग ही जोश पैदा कर दिया। सुंदर (62 रन) और शार्दुल ठाकुर (67 रन) अर्धशतक लगाने के बाद आउट हो गए। टीम इंडिया को दो ऐसे अनमोल रत्न मिल चुके थे, जो गेंदबाजी के बाद ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को बल्लेबाजी से ध्वस्त कर सकें। इन प्लेयर्स ने टीम को संकट से उबारा और टीम का स्कोर ऑस्ट्रेलिया के करीब लेकर गए। भारत ने पहली पारी में 336 रन बनाए। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर सिर्फ 33 रनों की बढ़त मिल सकी।
गाबा के मैदान पर जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम की Playing 11
दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज ने दिखाया अपना जादू
फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में मियां मैजिक को देखने को मिला। जब मोहम्मद सिराज के आगे स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन, मैथ्यू वेड जैसे क्रिकेट के महारथी प्लेयर्स नहीं टिक पाए। दूसरी पारी में सिराज ने अपनी गेंदों से आग उगली, जिससे कंगारू बल्लेबाज बच ना सके। उन्होंने कुल पांच विकेट हासिल किए और पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 294 रनों पर सिमट गई। शार्दुल ठाकुर ने उनका अच्छा साथ निभाया और उन्होंने चार विकेट हासिल किए। इस तरह से टीम इंडिया को जीतने के लिए कुल 328 रनों का टारगेट मिला।
शुभमन गिल ने खेली दमदार पारी
टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत बहुत ही खराब रही। जब विस्फोटक बल्लेबाज रोहित शर्मा सिर्फ 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद अनुभवी चेतेश्वर पुजारा और युवा शुभमन गिल ने भारतीय टीम की गाड़ी आगे बढ़ाई। पुजारा क्रीज के एक छोर पर अंगद का पांव जमा चुके थे। दूसरी तरफ युवा शुभमन गिल ने कई बेहतरीन शॉट लगाए और तेजी के साथ रन बनाए। पुजारा अपना नेचुरल गेम खेल रहे थे और कछुए की चाल चलते हुए उन्होंने भरपूर समय लिया। फिर 132 रनों पर गिल टीम इंडिया का साथ छोड़कर पवेलियन लौट गए और अपने शतक से चूक गए। लेकिन 91 रनों की दमदार पारी से उन्होंने टीम इंडिया को ऐसी स्थिती में छोड़ा, जहां से वह मैच जीत सकती थी।
गाबा में जीत दिलाने वाले भारतीय स्टार प्लेयर्स टेस्ट टीम से बाहर
ऋषभ पंत बने जीत के नायक
बाद में मैदान पर कप्तान अजिंक्य रहाणे आए और वह भी 24 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद उस समय भारतीय बैटिंग ऑर्डर की दीवार चेतेश्वर पुजारा भी 50 रन बनाकर आउट हो गए। तब टीम का स्कोर 228 रन और भारत की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। इससे टीम इंडिया की जीत पर बादल मंडराते हुए दिखाई दे रहे थे और जीत उसके हाथों से जीत फिसलती हुई दिखाई दे रही थी, क्योंकि पुजारा क्रीज का एक छोर थामे हुए थे। फिर ऋषभ पंत ने नॉटआउट रहते हुए 89 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 9 चौके और एक छक्का जड़ा। वह टीम इंडिया को जीत दिलाने में सफल रहे। उनके आगे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज टिक नहीं सके। यह जीत कई मायनों में खास थी, क्योंकि उस समय भारतीय टीम पूरी तरह से नई थी और उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलने का अनुभव ही बहुत कम था। भारतीय टीम ने सीरीज 2-1 से जीत अपने नाम कर ली थी और युवा टीम ने ऑस्ट्रेलिया में तिरंगा लहरा दिया था। शानदार प्रदर्शन करने के लिए पंत को प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया गया।
गाबा मैदान ऑस्ट्रेलियाई टीम का है गढ़
बिस्बेन का गाबा क्रिकेट ग्राउंड ऑस्ट्रेलिया का गढ़ था। जहां वह 1988 के बाद से कोई भी टेस्ट मैच नहीं हारी थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मैदान पर अभी तक कुल 62 टेस्ट खेले हैं, जिसमें से 42 में जीत दर्ज की और सिर्फ 10 हारे। इसी वजह से भारतीय टीम की जीत और भी बड़ी हो गई। भारत ने पहली बार इस ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड पर टेस्ट में जीत दर्ज करके ऑस्ट्रेलिया का घमंड तोड़ा था। भारतीय टीम इस बार भी तीन साल पहले वाला कारनामा दोहराने मैदान पर उतरेगी।
गाबा के मैदान पर भारतीय टीम का टेस्ट रिकॉर्ड