क्रिकेट के मैदान पर बॉलर का नो बॉल डालना आम बात है। बॉलर का पैर लाइन से आगे जाने पर या फिर कमर से ऊपर की फुलटॉस गेंद को अंपायर नो बॉल करार देता है। नो बॉल के लिए ज्यादातर बॉलर ही जिम्मेदार होता है लेकिन क्रिकेट की रूल बुक में कुछ ऐसे नियम है जिनमें दूसरी वजह से भी अंपायर किसी गेंद को नो बॉल दे सकता है। हालांकि मैदान पर ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है जब बॉलर की गेंद लीगल डिलीवरी हो लेकिन फिर भी अंपायर नो बॉल दे दे। ऐसा ही अजीबोगरीब नजारा इंग्लैंड में खेली जी रहे T20 ब्लॉस्ट में देखने को मिला।
विकेटकीपर की गलती की सजा बॉलर को मिली
इंग्लैंड की T20 ब्लास्ट के एक मुकाबलें में बॉलर ने लीगल डिलीवरी फेंकी लेकिन विकेटकीपर की गलती के कारण गेंद को नो बॉल करार दे दिया। दरअसल, समरसेट और नॉर्थैम्पटनशर का T20 ब्लॉस्ट 2024 के तीसरे क्वार्टर फाइनल में आमना-सामना हुआ। इस मैच में बॉलर को विकेटकीपर की गलती की सजा नो बॉल के रुप में भुगतनी पड़ी।
हुआ यूं कि समरसेट के बल्लेबाज कोहलर केडमोर स्ट्राइक पर थे और नॉर्थैम्पटनशर के गेंदबाज की गेंद को खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार थे। बॉलर ने गेंद डाली जिसे कोहलर मिस कर गए। इस दौरान नॉर्थैम्पटनशर के विकेट कीपर लुईस मैकमैनस ने गेंद को तेजी से पकड़ा और स्टंप उड़ा दिए। इसके बाद नॉर्थैम्पटनशर के सारे खिलाड़ी जश्न मनाने लगे। लेकिन असली ड्रॉमा तब देखने को मिला जब अंपायर को थोड़ा शक हुआ और फिर कुछ देर बाद गेंद को नो बॉल करार दे दिया। इसके बाद रीप्ले में नो बॉल की वजह का पता चला।
मैदान पर दिखा अनोखा नजारा
दरअसल, बॉलर ने गेंद तो सही डाली थी लेकिन विकेटकीपर ने जल्दी के चक्कर में बड़ी गलती कर दी। ये गलती थी विकेटकीपर लुईस मैकमैनस का हाथ गेंद को पकड़ने के चक्कर में विकेट से आगे जाना। क्रिकेट के नियम के मुताबिक, विकेटकीपर या उसका हाथ तब तक विकेट के आगे नहीं आ सकता, जब तक कि गेंद बल्लेबाज के बल्ले से नहीं छुई हो या फिर विकेट को पार कर गई हो। यही वजह रही कि अंपायर ने इस लीगल डिलीवरी को नो बॉल दिया।
नो बॉल के बाद बल्लेबाज को फ्री हिट मिली जिसका पूरा फायदा उठाते हुए छक्का जड़ दिया। इस तरह विकेटकीपर की गलती की सजा एक बॉलर को भुगतनी पड़ी। क्रिकेट के मैदान पर ऐसा नजारा बहुत कम देखने को मिलता है।