कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन थुगुदीपा इन दिनों सलाखों के पीछे हैं। अभिनेता पर अपने एक फैन की हत्या का आरोप है, जिसके चलते वह कुछ महीनों से जेल में हैं। 11 जून को दर्शन और उनकी को-स्टार रह चुकीं पवित्रा गौड़ा को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद से अभिनेता सलाखों के पीछे ही हैं। दोनों पर पुलिस को तब शक हुआ, जब क्राइम सीन से निकलते उनकी सीसीटीवी फुटेज सामने आई। दर्शन कन्नड़ सिनेमा का जाना-माना नाम हैं। इस बीच उनकी एक और तस्वीर सामने आई है, जिसने सोशल मीडिया यूजर्स को हैरानी में डाल दिया है।
वायरल फोटो ने मचाई खलबली
न्यूज एजेंसी आईएएनएस द्वारा दर्शन थुगुदीपा की ये तस्वीर शेयर की गई है, जिसमें वह ग्रे टी-शर्ट और ब्लैक ट्राउजर पहने नजर आ रहे हैं। उनके हाथ में एक कॉफी का मग नजर आ रहा है और दूसरे हाथ में सिगरेट है। फोटो में दर्शन के साथ तीन और शख्स नजर आ रहे हैं, जो गार्डन एरिया में चाय-कॉफी का लुत्फ उठा रहे हैं और साथ में बात करते हुए हंस रहे हैं। सोशल मीडिया पर ये तस्वीर वायरल होते ही जेल में सिक्योरिटी को लेकर नेटिजंस के बीच चर्चा शुरू हो गई है।
जेल में कॉफी-सिगरेट का लुत्फ उठाते दर्शन की फोटो वायरल
बताया जा रहा है कि फोटो में दर्शन के साथ नजर आ रहे तीन शख्स में से एक हिस्ट्री शीटर विल्सन गार्डन नागा और एक का नाम नागराज (एक्टर के मैनेजर और को-अक्यूज्ड) और कुल्ला सीना है। फोटो के सामने आने के बाद मृतका रेणुका स्वामी के पिता ने इसकी जांच की मांग की है। फोटो पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने सीबीआई जांच की भी मांग की है।
क्या बोले रेणुका स्वामी के पिता?
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए रेणुका स्वामी के पिता ने कहा – ‘तस्वीर को देखकर मैं उसे (दर्शन को) दूसरों के साथ सिगरेट पकड़े और चाय पीते हुए देखकर आश्चर्यचकित हूं। इस फोटो को देखकर तो मन में ये शक भी उठता है कि वो जेल में है भी या नहीं। जेल को जेल ही रहना चाहिए, कुछ और नहीं बनना चाहिए। उसके साथ अन्य सामान्य कैदियों की तरह ही व्यवहार किया जाना चाहिए, लेकिन यहां तो ऐसा लग रहा है जैसे वह किसी रिसॉर्ट में बैठा हो।’
रेणुका स्वामी मर्डर केस
फार्मासिस्ट और दर्शन का फैन रेणुका स्वामी 8 जून 2024 को बेंगलुरू में मृत पाया गया था। वह चित्रदुर्ग में अपोलो फार्मेसी ब्रांच में काम करता था। आरोप है कि रेणुका, दर्शन और पवित्रा को अश्लील मैसेज भेजता था। जिसके चलते उसकी हत्या कराई गई और फिर उसके शव को बेंगलुरू के कामाक्षिपाल्या में एक नहर में फेंक दिया गया था।