नई दिल्ली. कामाख्या देवी का सफर आसान होने जा रहा है. श्रद्धालुओं को पहाड़ी चढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी और समय की भी बचत होगी. घंटों का सफर मिनटों में पूरा होगा. सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे का निर्माण किया जा रहा है. इस वर्ष अंत तक टेंडर जारी हो जाएगा और फिर काम शुरू हो जाएगा.
नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया की कंपनी नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लि. (एनएचएलएमएल) देशभर में 60 किमी. से अधिक लंबाई के रोपवे का काम शुरू करने जा रही है. ये सभी अरबन रोपवे हैं. इनमें से तमाम के टेंडर भी आवार्ड किए जा चुके हैं और कुछ अवार्ड होने वाले हैं. इन्हीं में से एक कामाख्या देवी मंदिर का रोपवे है.
रोपवे निर्माण करने वाली कंपनी नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट (एनएचएलएमएल) के अनुसार कामाख्या मंदिर में रोपवे का टेंडर जल्द जारी होने जा रहा है. इसकी लंबाई 1.44 किमी. होगी. बीच में दो स्टेशन बनाए जाएंगे. पूरे रोपवे में 8 से 9 टॉवर बनेंगे. इसके बनने के बाद श्रद्धालु नीचे से सीधा कामाख्या मंदिर में पहुंच सकेंगे. उनको मंदिर में दर्शन के लिए बस या टैक्सी की जरूरत नहीं पड़ेगी. रोपवे से कम समय और कम खर्च में मंदिर पहुंचा जा सकेगा.
यहां पर चलेगा रोपवे
उत्तराखंड में केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और काठगोदाम से नैनीताल, कश्मीर में शंकराचार्य मंदिर, महाराष्ट्र में ब्रह्मगिरी से अंजानेरी और रामटेक मंदिर, मध्य प्रदेश में टिकीटोरिया मंदिर और महाकाल उज्जैन, उत्तर प्रदेश में संगम प्रयागराज, गुजरात में गिफ्ट सिटी, अरणाचल प्रदेश में तवांग मोनेस्ट्री प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं,जहां पर रोपवे निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
काशी में चलेगा पहला रोपवे
देश में बन रहे अरबन रोपवे में सबसे पहला काशी में तैयार होगा. रोपवे की कुल लंबाई 3.75 किमी होगी. इसमें चार स्टेशन बनाए जाएंगे, पहला कैंट रेलवे स्टेशन, दूसरा विद्यापीठ, तीसरा रथयात्रा और चौथा गोदौलिया होगा. चूंकि इसके आगे मंदिर जाने के लिए वाहन नहीं जाते हैं, इसलिए यहीं तक रोपवे चलाया जाएगा. यहां रोपवे के स्टेशन बन चुके हैं.
Tags: Guwahati News, Rope Way
FIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 15:29 IST