कभी भी हो सकता है J&K में चुनावों की तारीख का ऐलान, जानें क्यों मिल रहे संकेत


श्रीनगर. जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तारीख का कभी ऐलान किया जा सकता है. इसे लेकर राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं. भाजपा के नेता भी लगातार विभिन्न इलाकों में जाकर जनता से मुलाकात कर रहे हैं. भाजपा के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और पूर्व मंत्री श्याम लाल शर्मा शनिवार को पुंछ के मेंढर में पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों से मुलाकात की. यह दौरा उनका लोगों से इलेक्शन मेनिफेस्टो पर विचार करने पर आधारित था क्योंकि राजौरी पुंछ में वो इलेक्शन मेनिफेस्टो के सदस्य हैं.

श्याम लाल शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो गलती पहले की थी, अब वो नहीं करेगी. आगामी जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा सभी सीटों पर मैदान में उतरेगी. बता दें कि पिछले दिनों विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग जम्मू कश्मीर के दौरे पर रहा. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम राज्य में जल्द विधानसभा चुनाव कराएंगे.

उन्होंने कहा कि कई अंदरूनी ताकतें सोचती हैं कि हम चुनावों को प्रभावित कर देंगे. हमें यकीन है कि जम्मू-कश्मीर के लोग विभाजनकारी ताकतों को उचित जवाब देंगे. सभी राजनीतिक पार्टियां जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव कराने के पक्ष में हैं. कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र, शांति और सद्भावना को चुना है. प्रत्याशियों की भागीदारी और वोट प्रतिशत के मापदंड यहां के लोगों ने तय किए हैं. अब हम हमारे सामने उस स्टैंडर्ड को आगे बढ़ाने की चुनौती है. आप ने जो बुनियाद बनाई है उस पर अब बुलंद इमारत सजानी है. नई मंजिल और नए आसमान को पाना है.

फारूक अब्दुल्ला करेंगे चिनाब घाटी का दौरा
दूसरी तरफ, जम्मू-कश्मीर में ‘जल्द से जल्द’ विधानसभा चुनाव कराए जाने की निर्वाचन आयोग की घोषणा के एक दिन बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने शनिवार को कहा कि पार्टी जमीनी कार्यकर्ताओं को जोड़ने और मजबूत चुनावी तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठा रही है. नेकां के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कई बैठकें करने के लिए जम्मू क्षेत्र के डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों वाली चिनाब घाटी का दौरा करने वाले हैं.

प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष यह दौरा जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संपर्क बनाए रखने और उन्हें आगामी चुनावी लड़ाई के लिए संगठित करने की पार्टी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, “आगामी बैठकों का प्राथमिक उद्देश्य विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों को तैयार करना है. अब्दुल्ला की पार्टी कार्यकर्ता के साथ गहन चर्चा करने, रणनीतिक मार्गदर्शन देने और जमीनी स्तर पर सक्रिय भागीदारी के महत्व पर जोर देने की उम्मीद है.”

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2023 में केंद्र शासित प्रदेश में 30 सितंबर 2024 तक विधानसभा चुनाव कराने के निर्देश दिए थे. जम्मू और कश्मीर में दस साल के अंतराल के बाद चुनाव होंगे. आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था.

Tags: BJP, Congress, Jammu kashmir



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